पहलवान विनेश फोगाट बोलीं: ओलंपिक पदक का घाव भरने में लगेगा समय; हमारी लड़ाई अभी नहीं हुई खत्म, जारी रहेगी
पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम अधिक वजन होने से पदक जीतने से वंचित रहीं फौलादी बिटिया विनेश फोगाट के शनिवार रात 12:30 बजे दादरी पहुंची। इस दौरान लोगों ने सिर आंखों पर बैठा लिया।
पहलवान विनेश फोगाट बोलीं: भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि यह ओलंपिक पदक एक गहरा घाव बन गया है। इसे भरने में समय लगेगा लेकिन मैं अपने देश के लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं। मैं अभी कुछ नहीं कह सकती कि मैंने कुश्ती छोड़ दी है या जारी रखूंगी, हमारी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। मैं अभी इसका एक हिस्सा पार करके आई हूं। यह एक लंबी लड़ाई है, हम पिछले एक साल से इसे लड़ रहे हैं और यह जारी रहेगी।
#WATCH | Indian wrestler Vinesh Phogat says, " This Olympic medal has become a deep wound…it will take time to heal but I want to thank the people of my country…I can't say anything right now if I have quit (wrestling) or if will I continue…our fight has not ended. I just… https://t.co/1Ub6oAboZE pic.twitter.com/DiuVoFYVPZ
— ANI (@ANI) August 17, 2024
पैतृक गांव पहुंचने पर विनेश फोगाट ने कहा कि लोगों से मिले प्यार और सम्मान के आगे हजारों गोल्ड भी फीके हैं। विनेश ने कहा कि प्रतियोगिता में पदक नहीं मिलने के बाद भी जो सम्मान देश की जनता की ओर से दिया जा रहा है, इससे वह स्वयं को खुशकिस्मत महसूस कर रही है। विनेश ने समर्थकों से मिले अपार स्नेह से अभिभूत होते हुए कहा कि उन्होंने गोल्ड नहीं दिया तो क्या हुआ, अपनों ने मुझे गोल्ड से ऊपर नवाजा है।
#WATCH | Haryana: Indian wrestler Vinesh Phogat receives a warm welcome as she arrives at her village Balali in Charkhi Dadri.
She had arrived in Delhi from Paris on Saturday morning after participating in the #Olympics2024Paris. pic.twitter.com/MgmGcHoYqt
— ANI (@ANI) August 17, 2024