झुंझुनूं : झुंझुनूं जिला कारागृह की खुली जेल में सजा काट रहे बंदियां के लिए खुशखबरी है। अब उन्हें मजदूरी के लिए जेल से बाहर नहीं जाना पडे़गा। सरकार जेल के अंदर ही रोजगार उपलब्ध करवाएगी।
सरकार इन्हें पेट्रोल पंप खोलकर रोजगार देगी। पेट्रोल पंप जेल परिसर के पास ही खोला जाएगा।
इस पंप पर आने वाले वाहनों में पेट्रोल व डीजल डालने की जिम्मेदारी बंदियों को सौंपी जाएगी। पंप की मॉनिटरिंग का काम जेल प्रशासन का होगा।
पेट्रोल पंप उन्ही बंदी को लगाया जाएगा, जिन्हे सजा हो चुकी है। खुली जेल में सजा काट रहे है।
झुंझुनूं में अभी काम शुरू नहीं हुआ है।
जिला जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि जिला जेल के कैंपस के अंदर पेट्रोल पंप खोलने के आदेश मिले है।
जगह तलाश रहे है। जल्द ही जगह चिन्हित कर आगे डिमांड भेजी जाएगी। फिलहाल झुंझुनूं की ओपन जेल में 13 बंदी हैं। सभी हत्या के मामले में सजा काट रहे है। कुछ बंदी अपने परिवार के साथ रह रहे। वहीं कुछ अकेले ही रहते है। इनमें से कुछ बंदी मजदूरी करने जा रहे हैं।
इन्हें मजदूरी पर जाने से पहले सुबह छह बजे हाजिरी देनी होती है। ये बंदी शाम को लौटने के बाद सात बजे जेल में हाजिरी लगाकर ही अपने आवास पर लौटते हैं। यहां पंप खुलने से बंदियों को फायदा होगा। मजदूरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
यहा भी खलेगे
झुंझुनूं के अलावा बारां, चूरू, प्रतापगढ़, सीकर व अजमेर में भी जेल परिसर में पंप खुलेंगे।