वक्फ बोर्ड चेयरमैन खानु खान बुधवाली के सवाल, क्या सरकार की मंशा देवस्थान में भी परिवर्तन की है
राजस्थान वक्फ बोर्ड चेयरमैन खानु खान बुधवाली ने सरकार से सवाल किए हैं। उनका कहना है कि क्या सरकार की मंशा देवस्थान में भी परिवर्तन की है। क्या सरकार बाकी धर्मों में भी मुसलमानों को मेंबर बनाएगी।

जयपुर : राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानु खान बुधवाली ने कहा कि वक्फ बोर्ड का बिल हितैषी नहीं है। सरकार की मंशा वक्फ बोर्ड को खत्म करने की है। बुधवाली ने कहा कि जिस तरीके से इन्होंने वक्फ बोर्ड में मेंबर बनाया है। क्या यह मुसलमानों को भी दूसरे धर्म के बोर्ड में शामिल करेंगे।
खानु खान बुधवाली ने कहा कि जिस प्रकार हर कार्रवाई के बाद फरियादी को अगले स्तर पर जाने का अधिकार है। ठीक उसी तरह वक्फ ट्राइब्यूनल में सुनवाई के बाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने का अधिकार होता है। उसको कौन मना करता है। परंतु वक्फ बोर्ड में ही बदलाव जरूरी था।
सेक्शन-37 और 40 में जो बात कही जा रही है, उससे वक्फ बोर्ड का अधिकार ही खत्म हो जाएगा। वक्फ बोर्ड और देवस्थान का राइट्स समान है, यह सिर्फ बड़े उद्योगपतियों को लाभ देने की मंशा के साथ यह गठन किया गया।