सीकर : नगर परिषद के वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों की हड़ताल सातवें दिन सरकार के साथ हुई सकारात्मक वार्ता के बाद समाप्त हो गई है। ऐसे में सफाई कर्मियों ने कार्य बहिष्कार समाप्त कर मंगलवार से कार्य पर लौटने का निर्णय लिया है। हड़ताल में शामिल सफाई कर्मियों का कहना है कि सरकार ने 24797 पदों पर सफाई कर्मियों की भर्ती को निरस्त करने का भरोसा दिलाया है, इसलिए प्रदेश में सभी संगठनों से जुड़े वाल्मीकि समाज के लोग काम पर लौट आएंगे।
सोमवार शाम को अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस नगर शाखा सीकर के पदाधिकारियों की नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा के साथ वार्ता हुई। वार्ता में सहमति बनी की सभी सफाईकर्मी अपना सामूहिक अवकाश समाप्त कर सोमवार को ही वापस अपने कार्य पर लौटेंगे। सहमति वार्ता में यूनियन अध्यक्ष सुरेश कुमार ढिकिया, रतनलाल ढिकिया, महावीर प्रसाद जेदिया, छोटेलाल ढिकिया, बनवारी लाल ढिकिया, अनिल कुमार ढिकिया, मिथुन ढिकिया आदि शामिल थे।
इधर, सोमवार को भी सफाई कर्मचारियों ने नगर परिषद भवन के बाहर धरने दिया। यूनियन अध्यक्ष सुरेश कुमार ढीकिया ने बताया कि 7 दिन से हड़ताल चल रही थी। अब यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने मांगों को मानने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि अब जो भर्ती होगी उसमें 1 साल तक प्रैक्टिकल काम करवाने के बाद कर्मचारी को स्थाई किया जाना चाहिए। सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई। बाजार में जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए। जानकारी के अनुसार बाजार में 50 टन कचरा सड़कों के किनारे पड़ा हुआ है। शहर की नालियां भी कचरे से अटी हुई है।
हालांकि नगर परिषद के अधिकारियों ने घरों से कचरा संग्रहण सहित मशीनरी से कचरा उठाने का कार्य किया था। लेकिन पूरे शहर की सफाई नही हो सकी। हालांकि ऑटो टिपर संचालकों का हड़ताल में शामिल नहीं होने पर घरों से कचरा संग्रहण का काम जारी रहा था। सोमवार से कर्मियों के काम पर लौटने से सफाई व्यवस्था में सुधार के आसार हैं।