जयपुर में भी बुधवार रात दिल्ली जैसा हादसा हो गया। तेज बरसात के बाद बेसमेंट में भरे पानी में डूबने से युवक समेत तीन की मौत हो गई। डूबने से पहले युवक ने पत्नी और माता-पिता की जान बचाई। करीब 6 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद गुरुवार दोपहर 12 बजे तीनों के शवों को बाहर निकाला गया।
घटना विश्वकर्मा इलाके के ध्वज नगर वार्ड नंबर 5 की है। यहां सड़क का निर्माण मकान से काफी ऊपर होने के कारण पानी भर गया।
चौमूं एसीपी अशोक चौहान ने बताया कि 25 साल पहले बिहार के आरा निवासी अशोक सैनी और बैजनाथ सैनी ने ध्वज नगर में प्लॉट नंबर 94-95 लिया था। यहां पर उन्होंने मकान बनाया था। समय के साथ सड़क बनी। सड़क इतनी बनी की उनका दो मंजिला मकान बेसमेंट बन गया। इस कॉलोनी में सभी घरों की यही स्थित है। बुधवार रात को बारिश आने से अशोक के घर के पीछे वाले मकान में पानी भरा।
इससे दीवार टूटी और एकाएक सड़क का पानी पीछे और आगे से उनके घर में घुस गया। इस दौरान अशोक की बेटी पूजा सैनी (19) और दोहिती पूर्वी (6) पुत्री हटवारु सैनी बेसमेंट में सो रही थी। बेसमेंट में पानी भरने से दोनों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला और उनकी मौत हो गई।
वहीं, अशोक के घर के बाद पानी बैजनाथ के घर में घुसा, जहां पर बैजनाथ का 23 साल का लड़का कमल शाह था। बेसमेंट में भरे पानी से उसकी भी मौत हो गई। दो मंजिला घर सड़क से महज 6 फीट ऊंचाई पर है, जो करीब 20 फीट का है। घर में 15 फीट तक पानी भर गया था। अशोक और बैजनाथ जयपुर में फैक्ट्री में काम करते हैं।
भाई बोला- भाभी, मां-बाप को बाहर निकाला, खुद नहीं निकल पाया
कमल के छोटे भाई गोविंद ने बताया- पूरे घर में कॉलोनी का पानी भर गया था। अचानक हुए इस हादसे के बाद कमल घर में मौजूद लोगों को बाहर निकालने लगा।
मेरी भाभी भी प्रेग्नेंट थी, भाई ने भाभी और मां-बाप को घर से बाहर निकाला। वह अंदर से बाहर आने की कोशिश में ही था। तभी अचानक तेजी से पानी घर में घुसा और न जाने क्या हुआ कि भाई अंदर ही रह गया। गोविंद ने कहा- मैं प्रशासन से चाहता हूं कि इस तरह की बदहाल व्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। ताकि भविष्य में इस तरह का हादसा न हो।
घटना के 3 घंटे बाद सिविल डिफेंस को सूचना मिली
पड़ोसी दिनेश माली ने बताया- बुधवार देर रात करीब 2.30 बजे पानी घर में घुसना शुरू हुआ था। करीब तीन घंटे तक लोगों ने इंतजार किया। लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। सुबह साढ़े 5 बजे सूचना मिलने पर सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची। बेसमेंट से पानी को बाहर निकालने के लिए पंप लगाया।
सड़क घर के काफी ऊपर, इसलिए मकान बेसमेंट में बदल गया
सिविल डिफेंस के महेश चौधरी ने बताया- इस कॉलोनी में सड़क का निर्माण काफी ऊपर तक हो गया है। इससे मकान बेसमेंट में तब्दील हो गए। इसके कारण यहां पर पानी भरा। यहां पुराने मकान हैं, उनकी हालत जर्जर है। मकान रोड से काफी अधिक नीचे होने के कारण कॉलोनी का पानी भर गया। इससे कुछ लोग तो बाहर निकल सके। कुछ समय पर बाहर नहीं निकले।
वार्ड नंबर 5 के पार्षद सुमित मिश्रा ने बताया- बारिश के बाद पीछे खाली प्लॉट का पानी प्लॉट नंबर 94 और 95 में भरने लगा था। इससे दोनों मकान के बीच बनी दीवार ढह गई। अचानक हुए हादसे के बाद उस वक्त घर में मौजूद 20 से 25 लोग बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। इस पूरे घटनाक्रम में तीन लोग घर में ही फंस गए, जिनकी मौत हो गई है।
सीएम ने की मदद की घोषणा
घटना के बाद सीएम भजनलाल शर्मा ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसमें 4 लाख रुपए आपदा राहत कोष से दिए जाएंगे। वहीं एक लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से दिए जाएंगे।
जल्द इस समस्या को दूर करेंगे
डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा- इस समस्या पर पहले से ध्यान देते तो आज यह स्थिति नहीं होती। भाजपा के सरकार में आते ही इस पर काम शुरू कर दिया है। ड्रेनेज वाले काम का शिलान्यास किया था। बारिश के सीजन के बाद काम शुरू हो जाएगा, जिससे आगे यह समस्या नहीं रहेगी।
हादसे से जुड़ी फोटोज…