खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के लोयल में गुरुवार को अखिल भारतीय किसान महासभा के ब्लाक स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों की समस्याओं को लेकर अगस्त माह में बड़ा सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया। जिसको लेकर 17 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है।
किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फूलचंद ढेवा ने बताया कि वर्ष 1994 के समझौते के अनुसार यमुना नहर का पानी लाने के लिए बनी पुरानी डी पी आर को मंजूर करने, ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से नष्ट हुई रबी की फसलों के मुआवजे से वंचित किसानों को मुआवजा देने, बरसाती पानी की नदियों को पुनर्जीवित करने की मांग को लेकर जिले भर में चल रहा किसान आंदोलन को ओर धारदार बनाने के लिए ब्लॉक स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
25 अगस्त को सम्मेलन की तैयारी
सम्मेलन के संचालन के लिए पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल में कामरेड अमर सिंह चाहर चारावास, रामोतार बजाङ माधोगढ, अमर सिंह पूर्व सरपंच मानोता जाटान, रामस्वरुप मणकश देवता व प्रकाश मेघवाल लोयल का चयन किया गया। राष्ट्रीय सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने कहा कि समाप्त भूजल को देखते हुए यमुना नहर हक का पानी लेने के लिए, नीमकाथाना व झुंझुंनू व चुरू जिले की जीवन रेखा काटली नदी को पुनर्जीवित करने तथा फसल बीमा की लूट के खिलाफ किसानों को बीमा क्लेम दिलवाने की मांग को लेकर जिले भर में चल रहे आंदोलन को ओर धारदार करने के लिए आगामी 25 अगस्त को लोयल में एक बड़ा सम्मेलन किया जाएगा। जिसकी तैयारी के लिए 17 सदस्यीय तैयारी कमेटी का गठन किया गया है, जो सम्मेलन की तैयारी करेगी।
ये रहे मौजूद
इस दौरान सम्मेलन में प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि जल्द ही ग्रामीण क्षेत्र में की जा रही विद्युत कटौती बंद किया जाए। सरकार किसानों व आम उपभोक्ताओं के धैर्य की परीक्षा ना ले नहीं तो ग्रामीणों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पङेगा। इस मौके पर किसान महासभा के जिला उपाध्यक्ष कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, सिंघाना प्रखंड अध्यक्ष कामरेड मनफूल सिंह, कामरेड रामजीलाल, धर्मपाल, जगदीश प्रसाद, रणवीर, सुभाष चाहर, राजेंद्र शर्मा, सुरेश बेरवाल, सुरेश मेघवाल सहित अनेक लोग मौजूद थे।