सीकर : सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारी आंदोलन पर हैं। सीकर नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने आज अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस यूनियन के बैनर तले नगर परिषद से हाथों में झाड़ू लेकर आक्रोश रैली निकाली और जिला कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।
वाल्मीकि समाज को दी जाए प्राथमिकता
सफाई यूनियन के अध्यक्ष व वाल्मीकि समाज के सदस्य अनिल ढिकिया ने कहा कि सफाई कर्मचारी-2024 की भर्ती में वाल्मीकि समाज को ही प्राथमिकता दी जाए। इस भर्ती में अन्य समाज का कोई कैंडिडेट्स होता है तो उससे करीब 2 साल तक सफाई का कार्य करवाया जाए और उसके आधार पर ही उसे वेतन भत्ते दिए जाए।
ढिकिया ने कहा 2018 में जो सफाई कर्मचारियों की भर्ती हुई थी उसमें भर्ती हुए कई कर्मचारी आज अधिकारियों के पास या अन्य स्थानों पर डेपुटेशन पर काम कर रहे हैं। जिससे शहर में सफाई करने का वर्क लोड वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों पर आ रहा है। पिछली भर्ती में जो अन्य समाज के कर्मचारी भर्ती हुए थे उनके स्थान पर जब वाल्मीकि समाज के लोगों को ही काम करना पड़ रहा है तो ऐसे लोगों को भर्ती करने का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव के कारण वाल्मीकि समाज के लोगों पर हिटलर शाही हो रही है और रबड़ की तरह सफाई कर्मचारियों को खींचा जा रहा है। काम को डबल किया जा रहा है और जिसके पास डबल काम है उसको तीन गुणा किया जा रहा है। इस तरह की हिटलर शाही अब नहीं चलेगी। इसलिए वाल्मीकि समाज की हड़ताल लगातार जारी रहेगी जब तक उनकी मांगे नहीं मान ली जाती।