नीमकाथाना : कलक्टर शरद मेहरा की अध्यक्षता में मंगलवार को राजस्व अधिकारियों की बैठक में जिला नीमकाथाना में राजस्व मामलों की प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा की गई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से लंबित राजस्व कार्यों एवं मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों को प्राथमिकता के साथ निस्तारित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि अधीनस्थ न्यायालयों में लंबित मामलों पर संबंधित अधिकारियों को मिशन मोड पर काम कर उनका त्वरित निस्तारण करना चाहिए। साथ ही, साथ ही, भू-राजस्व अधिनियम के 31 मार्च तक के विचाराधीन मामलों को अगस्त के अन्त तक निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि नामांतरण और रास्ते से जुड़े मामले, जो वर्षों से लंबित चल रहे हैं, उनको आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति करवाकर प्राथमिकता से निपटाएं. भू-उपयोग रुपांतरण और जमीन आवंटन के लंबित आवेदनों को भी समयबद्ध रूप से निस्तारित करें। उन्होंने सार्वजनिक रास्तों के सीमांकन एवं सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मेहरा ने कहा कि राजस्व अधिकारी माह में दो बार बैठक कर आपसी समन्वय से प्रकरणों पर निर्णय करें। चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के प्रकरणों में संबंधित तहसीलदार को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सभी उपखण्ड अधिकारी अपने अपने क्षेत्र की गोशालाओं एवं सरकारी कार्यालयों का नियमित औचक निरीक्षण करे व नामांतरण की डेली मॉनिटिरिंग करे साथ ही 7 अगस्त को हरियाली तीज पर अधिक से अधिक पौधे लगाने की कार्ययोजना बनावें।
राजकीय कार्यों का रिकॉर्ड ई-फाइल के माध्यम से संधारित करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि संपर्क पोर्टल पर प्राप्त प्रकरणों का निस्तारण तत्काल करने व फाइलों के निस्तारण में लगने वाले समय को कम करने , जीसीएमएस पोर्टल तथा पीएलपीसी मामलों की भी नियमित समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि तहसीलदार ऑटो रिएक्शन की समीक्षा कर परिवादी को राहत देना सुनिश्चित करें तथा लाईट्स के प्रकरणों में अपेक्षित रिपोर्ट प्राप्त कर निस्तारण करवाएं।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर अनिल कुमार, एसडीएम राजवीर यादव, मोनिका सामोर, अनिल कुमार, सविता शर्मा, तहसीलदार महेश ओला, मुनेश सर्वा, नीलम राज बंसीवाल, एसीपी मुकेश गाडोदिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।