पचपदरा रिफाइनरी में पत्थरबाजी, 2 बसें, कई गाड़ियां तोड़ी:मजदूर की मौत के बाद हंगामा; मेन गेट जाम किया, कई घंटों तक फंसे रहे कर्मचारी
पचपदरा रिफाइनरी में पत्थरबाजी, 2 बसें, कई गाड़ियां तोड़ी:मजदूर की मौत के बाद हंगामा; मेन गेट जाम किया, कई घंटों तक फंसे रहे कर्मचारी
बालोतरा : बालोतरा जिले के पचपदरा में रिफाइनरी में पाइप लाइन के नीचे दबने से मजदूर की मौत के बाद हंगामा हो गया। मौत की सूचना मिलने पर परिजन व आसपास के ग्रामीणों ने रिफाइनरी के मेन गेट को बंद कर दिया। इससे बड़ी संख्या में कर्मचारी अंदर ही फंस गए। गुस्साए लोगों ने शिफ्ट के दौरान मजदूरों को लाने-ले जाने वाली 2 बसों, बोलेरो कैंपर और बाइकों में तोड़फोड़ कर दी। हादसा सोमवार शाम 7.30 बजे हुआ। धरना-प्रदर्शन की सूचना पर एएसपी धर्मेंद्र यादव और एसडीएम राजेश विश्नोई मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल और मैनेजमेंट से बात कर धरना खत्म करवाया।
रिफाइनरी के बाहर प्रदर्शन और धरने के बाद आक्रोशित लोगों ने रिफाइनरी का गेट बंद कर दिया। गेट बंद होने पर दिन की शिफ्ट खत्म होने के बाद हजारों मजदूर अंदर फंस गए। मजदूरों को ले जाने वाली बसे भी अंदर फंस गई। गेट नं। 3 पर प्रदर्शन कर रहे लोगों और अंदर फंसे मजदूरों के बीच पत्थरबाजी हुई, जिससे कई वाहनों के शीशे टूट गए।
पचपदरा थानाधिकारी अमराराम खोखर ने बताया कि शाम करीब 7:30 बजे रिफाइनरी के अंदर एक निर्माण साइट पर पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा था। पाइप बिछाते वक्त नासिर खान (30) पुत्र रहमत खां निवासी रिछोली (बालोतरा) के ऊपर एक पाइप गिर गया। घायल को बालोतरा के अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रात 10 बजे नासिर की मौत की जानकारी मिलते ही परिजन और ग्रामीणों ने रिफाइनरी के गेट पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने कंपनी के सभी गेट जाम कर दिए।
एक-दूसरे पर की पत्थरबाजी
रात करीब रात 11 बजे तक जब गेट नहीं खुला तो अंदर फंसे मजूदरों व कर्मचारियों ने बाइक, बोलेरो कैंपर और दो बसों में तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान एक एंबुलेंस भी अंदर फंस गई। इसके बाद बाहर खड़े श्रमिकों व ग्रामीणों ने भी पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। आमने-सामने हुई पत्थरबाजी में दो-तीन लोगों के सिर में चोट आई। पुलिस ने 3 नंबर गेट पर पहुंचकर हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को हटाया और गेट खुलवाकर मजदूरों को पैदल ही बाहर निकाला। मजदूरों को निकालने के बाद पुलिस ने रिफाइनरी के सभी गेट दोबारा बंद करा दिए। प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने एचपीसीएल व कंपनी अधिकारियों के साथ रात करीब 1.30 बजे तक बात की। इसके बाद बनी सहमति में परिजनों को 20 लाख का चेक, सरकारी योजनाओं के तहत लाभ व एक सदस्य को रिफाइनरी में नौकरी देने का वादा किया गया।
सुरक्षा में लापरवाही के आरोप
सरंपच संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रोशन अली ने कहा कि हमारा धरना इस बात को लेकर है कि रिफाइनरी में श्रमिकों की सुरक्षा का ध्यान नहीं दिया जाता है। अंदर पाइप बिछाने का काम चल रहा था। हाइड्रा मशीन के जरिए ही पाइप की सेटिंग की जाती है, लेकिन रिफाइनरी प्रशासन ने जेसीबी के जरिए बिना बेल्ट इस्तेमाल किए पाइपों को सेट करने का काम किया। इस दौरान मजदूर पर पाइप गिर गया। मजदूर की मौत के बाद भी रिफाइनरी प्रशासन की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई। एक निजी गाड़ी में शव डालकर सरकारी अस्पताल में छोड़ कर आ गए।