विधायक यूनुस खान का रोडवेज कर्मियों ने किया विरोध:डीपो परिसर में पुतला जलाकर किया विरोध प्रदर्शन; विधानसभा में नई बसों और भर्तियों का किया था विरोध
विधायक यूनुस खान का रोडवेज कर्मियों ने किया विरोध:डीपो परिसर में पुतला जलाकर किया विरोध प्रदर्शन; विधानसभा में नई बसों और भर्तियों का किया था विरोध

खेतड़ी : रोडवेज डीपो परिसर में शुक्रवार को रोडवेज कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कर्मचारियों ने डीडवाना के निर्दलीय विधायक और पूर्व में भाजपा सरकार में परिवहन मंत्री रहे यूनुस खान का पुतला जलाकर रोडवेज पर की गई टिप्पणी पर आक्रोश व्यक्त किया।
रिटायर्ड कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष शीशराम डूडी ने बताया कि विधायक यूनुस खान द्वारा विधानसभा में राज्य के लोगों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करने वाली रोडवेज का विरोध करते हुए लोक परिवहन बसों के विस्तार और उन्हें अत्यधिक मात्रा में परमिट जारी करने की वकालत की गई है। इस दौरान विधायक ने रोडवेज को सरकार के ऊपर आर्थिक भार होने की बात कही, जिससे रोडवेज कर्मचारियों में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया। विधायक द्वारा रोडवेज बसों के बारे में कही गई बातों से रोडवेज कर्मचारियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
विधानसभा में एक सम्मानित व्यक्ति द्वारा सरकारी तंत्र को लेकर इस प्रकार की बयानबाजी करना बिल्कुल गलत है। राज्य सरकार रोडवेज बसों को घाटे से उबारने का काम कर रही है, जबकि विधायक खान की ओर से उन्हें बंद कर प्राइवेट बसों का संचालन अधिक करवाने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में सरकारी बसों का संचालन बंद होने से आमजन को राज्य सरकार की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा।
शीशराम डूडी ने बताया कि पूर्व में यूनुस खान भाजपा सरकार में परिवहन मंत्री थे और उनकी रोडवेज विरोधी नीतियों के चलते रोडवेज कर्मचारियों ने टोंक में विधानसभा चुनाव में उनके खिलाफ रैली निकाल कर उन्हें हराने के लिए प्रचार किया था। खेतड़ी डिपो के कर्मचारियों ने राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के प्रदेश स्तरीय आह्वान पर विधायक यूनुस खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला दहन किया।
इस मौके पर करतार शर्मा, शीशराम लांबा, विक्रम गुर्जर, सुरेश बोला, सरिता कुमारी, राजेश योगी, संदीप शर्मा, सूरजभान आर्य, बुधराम यादव, बिजेश सैनी, सुरेश कुमार सैनी, जगदीश सैनी, भवानी सिंह, जुगलाल योगी, वीरेंद्र सिंह डागर, बस्तीराम सैनी, चंदगी राम गुर्जर, रमेशचंद्र सैनी सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।