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बीएसएफ की नौकरी छोड़ पहले तस्कर फिर पेपरलीक सरगना बना:बिश्नोई ने 2.5 करोड़ में बेचा एसआई भर्ती का पेपर, 50 अभ्यर्थियों को पास करवाया


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बीएसएफ की नौकरी छोड़ पहले तस्कर फिर पेपरलीक सरगना बना:बिश्नोई ने 2.5 करोड़ में बेचा एसआई भर्ती का पेपर, 50 अभ्यर्थियों को पास करवाया

बीएसएफ की नौकरी छोड़ पहले तस्कर फिर पेपरलीक सरगना बना:बिश्नोई ने 2.5 करोड़ में बेचा एसआई भर्ती का पेपर, 50 अभ्यर्थियों को पास करवाया

जयपुर : पेपरलीक मामले में पकड़ा गया आरोपी ओम प्रकाश बिश्नोई सीमा सुरक्षा बल (BSF) में 10 साल नौकरी कर चुका है। अफीम तस्करी में मोटी कमाई के लालच में उसने बीएसएफ छोड़ दी थी। उसके बाद बिश्नोई राजस्थान में पेपरलीक का सरगना बन गया। उसने हिस्ट्रीशीटर श्रवण के साथ मिलकर सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती का पेपरलीक किया। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की पूछताछ में उसने कई खुलासे किए हैं।

उसने बताया है कि सब इंस्पेक्टर भर्ती- 2021 में ढाई करोड़ रुपए में 30 अभ्यर्थियों को पेपर बेचा। आरोपी ने अपने एक हिस्ट्रीशीटर साथी के साथ मिलकर पेपरलीक कर 50 अभ्यर्थियों को एसआई बनवा दिया। पेपर सॉल्व करने के लिए आरोपी ने जयपुर में सिरसी रोड पर फ्लैट किराए पर लिया था।

एक बड़ा नेटवर्क खड़ा किया

एसओजी के एएसपी राम सिंह ने बताया कि ओम प्रकाश पेपरलीक से एक दिन में हुई करोड़ों की कमाई देखकर भूपेंद्र सारण गैंग से जुड़ा था। ओम प्रकाश ने अफीम तस्करी के नेटवर्क के साथ-साथ लीक पेपर बेचने में भी एक बड़ा नेटवर्क खड़ा कर दिया था। पूछताछ में सामने आया है कि ओम प्रकाश और हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबेल ने मिलकर करीब 50 अभ्यर्थियों को पेपर देकर एसआई भर्ती परीक्षा में पास करवाया। इनमें श्रवण की बेटी चंचल भी शामिल है। चंचल पहले ही गिरफ्तार हो चुकी है।

परीक्षा की घोषणा के साथ ही नेटवर्क एक्टिव हो जाता
कॉम्पिटिशन एग्जाम की घोषणा होने के साथ ही उसका नेटवर्क एक्टिव हो जाता था। उसके गैंग के सदस्य कोचिंग, हॉस्टल के आसपास चाय की दुकानों पर सक्रिय होकर पैसे वाले स्टूडेंट को चिह्नित करते। गैंग का सदस्य छात्र बनकर मेल-जोल बढ़ाता और पैसे में पेपर मिलने की जानकारी देता था। जिसके बाद गैंग के सदस्य पैसों की बात करते और परीक्षा से कुछ समय पहले अज्ञात जगहों पर ले जाकर उन्हें पेपर देते थे। ओम प्रकाश ने जयपुर के सोडाला स्थित शांति नगर स्कूल से यूनिक भांभू की ओर से 14 और 15 सितंबर 2021 को लीक हुए पेपर को भूपेंद्र सारण से खरीद कर बेचा था।

अफीम तस्करी में मोटी कमाई देखकर बीएसएफ छोड़ी
ओमप्रकाश 2001 से 2011 तक बीएसएफ में नॉर्थ -ईस्ट इलाके में ही पोस्टेड था। 10 साल की नौकरी के दौरान उसकी अफीम तस्करों से सांठ-गांठ हो गई थी। अफीम में मोटी कमाई को देखकर बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी थी। साल 2019 में उसने तस्कर भैरा राम और महेंद्र कुमार निवासी जोधपुर ने 22 किलो अफीम को एक स्थान पर पहुंचाने के लिए दी थी। दोनों तस्करों ने अफीम तय स्थान पर नहीं पहुंचा कर लूट होना बता दिया था। इस विवाद में भैराराम और महेंद्र को ओम प्रकाश ने हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबेल के गांव पिटकासनी में बुलाया था और दोनों की हत्या कर दी थी।

सिरसी राेड पर किराए का फ्लैट बताया, एसओजी तस्दीक कर रही

दाे तस्कराें ने 50 से ज्यादा काे भर्ती करवाया। ओम प्रकाश फाैजी और हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबेल ने मिलकर करीब 50 अभ्यर्थियों को लीक पेपर पढ़वाकर एसआई भर्ती परीक्षा में पास करवाने का दावा किया। इनमें श्रवण की बेटी चंचल भी शामिल है। चंचल गिरफ्तार हाे चुकी। एसआई भर्ती परीक्षा लीक पेपर मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, उसमें पेपर लीक में गैंगस्टर व अफीम के तस्कराें के जुडे़ हाेने के मामले सामने आ रहे हैं।

पेपर खरीदने वालों की लिस्ट बनाकर एसओजी करेगी जांच
एसओजी को पूछताछ में ओमप्रकाश ने 50 से अधिक लोगों को पेपर बेचना बताया है। ऐसे में एसओजी अब उससे पूछताछ कर उनकी लिस्ट बनाएगी, वे कौन-कौन हैं उसमें भर्ती में सलेक्ट हुए हैं। नेटवर्क हैंडलर ने किस-किस को पेपर बेचा, एसओजी उसका पता लगाने की कोशिश कर रही है, इसके लिए ओमप्रकाश के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।

10 वर्ष की नाैकरी के दाैरान उसकी अफीम तस्कराें से हुई थी सांठगांठ

ओमप्रकाश की 2001 से 2011 तक बीएसएफ में नाॅर्थ-ईस्ट इलाके में ही पाेस्टिंग रही। इस दाैरान अफीम तस्कराें से सांठगांठ हाे गई। अफीम में माेटी कमाई काे देख बीएसएफ की नाैकरी छाेड़ दी। 2019 में तस्करी गैंग में उसके साथ तस्कर जाेधपुर निवासी भैराराम और महेंद्र कुमार को नाॅर्थ-ईस्ट से आई 22 किलाे अफीम काे पहुंचाने के लिए दिया था। ​​​​​​​दाेनाें ने अफीम तय स्थान पर नहीं पहुंचाकर लूट हाेना बता दिया। इसके बाद हुए विवाद में भैराराम व महेंद्र काे ओम प्रकाश फाैजी ने हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबाल के गांव पिटकासनी में बुलाया, जहां पर इनकी हत्या कर दी थी।

नाॅर्थ ईस्ट से मंगवाई अफीम काे दिल्ली-पंजाब तक भेजा वह नाॅर्थ ईस्ट से मंगवाई गई अफीम की जयपुर में डिलिवरी करवाता था। उसने जयपुर में सप्लाई करने के साथ अफीम काे दिल्ली, हरियाणा और पंजाब तक सप्लाई की है।

जेईएन भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर हर्षवर्धन व रिंकू को आमने-सामने बैठाकर करेंगे पूछताछ

इधर, एसओजी ने हर्षवर्धन मीणा के गुर्गे रिंकू शर्मा से जेईएन भर्ती परीक्षा-2021 में हुए पेपर लीक को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। गिरफ्तारी के बाद रिंकू ने ही जेईएन भर्ती में परीक्षा पेपर लीक करना स्वीकार किया था। हर्षवर्धन ने जगदीश की गैंग से ही लीक पेपर को खरीदकर सवाई माधोपुर टोंक, करौली, भरतपुर व दौसा इलाके में रिंकू के माध्यम से बेचे थे।

अब दोनों से आमने-सामने पूछताछ करने के लिए एसओजी आरोपी हर्षवर्धन को जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। हर्षवर्धन और रिंकू शर्मा ने एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर भी जगदीश से खरीद कर भरतपुर, सवाई माधोपुर व कोटा इलाके में बेचा था।

रिंकू के बारे में हर्षवर्धन ने ही बताया था। रिंकू को दौसा से और सुरेश बिश्नोई को सांचौर से पकड़ा था। सुरेश से हुई पूछताछ के बाद है ओमप्रकाश फौजी के बारे में पता चला था। तब एसओजी जोधपुर सेंट्रल जेल से ओमप्रकाश को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई।

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