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शिक्षा मंत्री ने पूछा- अकबर के नाना का नाम बताओ:दिव्यांग हिस्ट्री टीचर से किया मजाक; फिर मनचाही जगह किया ट्रांसफर


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शिक्षा मंत्री ने पूछा- अकबर के नाना का नाम बताओ:दिव्यांग हिस्ट्री टीचर से किया मजाक; फिर मनचाही जगह किया ट्रांसफर

शिक्षा मंत्री ने पूछा- अकबर के नाना का नाम बताओ:दिव्यांग हिस्ट्री टीचर से किया मजाक; फिर मनचाही जगह किया ट्रांसफर

जालोर : जालोर में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दिव्यांग हिस्ट्री टीचर से पूछा- अकबर के नाना का नाम बताओ। टीचर आंखों से 100 फीसदी दिव्यांग हैं। उन्होंने मनचाही जगह ट्रांसफर की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र दिया था। सवाल पूछकर दिलावर जोर से हंसे और टीचर का ट्रांसफर उनकी इच्छा के अनुसार कर दिया।

शिक्षा मंत्री रविवार को मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के वर्चुअल कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जालोर पहुंचे थे। उन्होंने गैर सरकारी विद्यालयों के उत्थान व समस्या निवारण परिचर्चा कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। यहां उन्होंने 10वीं और 12वीं क्लास में 90 फीसदी अंक लाने वाले 118 छात्र-छात्राओं का सम्मान किया।

जालोर सर्किट हाउस में टीचर मंशाराम से बात करते शिक्षा मंत्री मदन दिलावर।
जालोर सर्किट हाउस में टीचर मंशाराम से बात करते शिक्षा मंत्री मदन दिलावर।

टीचर ने शिक्षा मंत्री को अपनी परेशानी बताई
इससे पहले, जालोर के सर्किट हाउस में दिलावर ने जन प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा की। इस दौरान कुछ प्रार्थी भी आए हुए थे। इन्हीं में बागोड़ा थाना इलाके के सेवड़ी गांव निवासी दृष्टिहीन टीचर मंशाराम देवासी भी ट्रांसफर की एप्लिकेशन लेकर शिक्षा मंत्री के पास पहुंचे।

मंशाराम वर्तमान में राजकीय प्राथमिक विद्यालय शरणार्थियों की डांडी, धनसा, पंचायत समिति, भीनमाल में ग्रेड थर्ड टीचर हैं। मंशाराम ने शिक्षा मंत्री को बताया कि उन्हें दूरी के कारण अपने घर से स्कूल जाने में परेशानी होती है।

मंत्री ने मंशाराम से सब्जेक्ट पूछा तो उन्होंने बताया कि हिस्ट्री (इतिहास) से बीएसटीसी किया है। इस पर शिक्षा मंत्री ने मजाक में मंशाराम से अकबर के नाना का नाम पूछ लिया। टीचर मंशाराम असहज होते, इससे पहले ही शिक्षा मंत्री हंस पड़े। वहां मौजूद बाकी लोग और टीचर भी हंस पड़े।

टीचर ने सेवड़ी के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मामानाड़ी (सेवड़ी पंचायत समिति) में ट्रांसफर की मांग की थी। शिक्षा मंत्री ने उन्हें इसी गांव में ट्रांसफर आदेश की कॉपी दे दी।

बता दें कि अकबर के नाना और हुमायूं के ससुर का नाम शेख अली अकबर जामी था। नाना के मिडिल नेम से ही अकबर लिया गया था।

सूर्या गार्डन में घुमंतू जाति परिवारों के साथ संवाद कार्यक्रम में मौजूद लोग।
सूर्या गार्डन में घुमंतू जाति परिवारों के साथ संवाद कार्यक्रम में मौजूद लोग।

घुमंतू परिवार के साथ किया संवाद
सर्किट हाउस से शिक्षा मंत्री शहर के सूर्या गार्डन पहुंचे। यहां उन्होंने घुमंतू जाति के परिवारों के साथ संवाद किया। एक परिवार ने मंत्री से कहा- सर, हमारा स्थायी निवास नहीं है। इस कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही। इससे घुमंतू जातियां पिछड़ रही हैं।

दिलावर ने कहा- सभी जिलों में घुमंतू जातियों की पहचान कर जिलावार लिस्ट बनाएंगे और चरणबद्ध तरीके से पट्टा आवंटन करेंगे। उन्होंने कहा- मैं चाहता हूं कि राजस्थान की धरती पर कोई भी घुमंतू जाति का परिवार बिना आवासीय भूखंड के नहीं रहे।

मंत्री ने सभी की लिस्ट बनने के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान देने की बात कही।

गैर सरकारी विद्यालयों के उत्थान व समस्या निवारण परिचर्चा कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री दिलावर का स्वागत करते शिक्षक।
गैर सरकारी विद्यालयों के उत्थान व समस्या निवारण परिचर्चा कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री दिलावर का स्वागत करते शिक्षक।

परोपकार का काम कर रहे शिक्षक
इसके बाद शिक्षा मंत्री ने शहर के भोलेनाथ रिसॉर्ट में गैर सरकारी विद्यालयों के उत्थान व समस्या निवारण परिचर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मंत्री दिलावर ने कहा- निजी स्कूल के शिक्षक अपने परिवार के साथ ठीक तरीके से भोजन भी नहीं कर पाते। अपने मान-सम्मान की चिंता किए बिना ये स्कूल चलाते हैं। ये एक तरह से परोपकार कर रहे हैं। अगर आप लोग हाथ ऊपर कर दें तो शायद राजस्थान के बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो जाएगा। इसका मतलब यह नहीं कि सरकारी विद्यालय आपसे पीछे हैं। सरकारी स्कूल में गरीब बच्चे पढ़ रहे हैं।

इस दौरान शिक्षा मंत्री के साथ विधानसभा मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित और जिला कलेक्टर पूजा पार्थ सहित कई भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता थे।

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