करंट-मौत मामले में धरने पर बैठे पूर्व विधायक राजेंद्र गुढ़ा:बोले- ICU में डॉक्टर नहीं था, नर्सिंग स्टाफ ने किया रेफर; 50 लाख मुआवजे की मांग
करंट-मौत मामले में धरने पर बैठे पूर्व विधायक राजेंद्र गुढ़ा:बोले- ICU में डॉक्टर नहीं था, नर्सिंग स्टाफ ने किया रेफर; 50 लाख मुआवजे की मांग

झुंझुनूं : झुंझुनूं में पंचदेव मंदिर के पास बरसात के दौरान करंट और बहने से युवक की मौत के बाद प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा बीडीके अस्पताल पहुंचे। पूर्व विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने प्रशासन को मौत को दोषी माना और मृतक और घायलों को मुआवजा देने की मांग की।
लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की गई। राजेन्द्र गुढ़ा घायलों से मिलने के लिए बीडीके अस्पताल के आईसीयू वार्ड में पहुंचे। यहां पर कोई डॉक्टर नहीं था। नर्सिंग स्टाफ ने ही एक घायल को हालत गंभीर होने पर जयपुर रेफर कर दिया।

गुढ़ा बोले- आईसीयू वार्ड की बुरी स्थिति
पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने बताया कि वे घायलों से मिलने से आईसीयू वार्ड में गए थे। वहां जाकर देखा तो बहुत बुरी स्थिति थी। आईसीयू वार्ड में एक भी डॉक्टर नहीं था। नर्सिंग स्टाफ था। इतना बड़ा हादसा हुआ है। लोग मौत और जिन्दगी के झूल रहे हैं। अस्पताल में कोई भी व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने बताया कि एक नर्सिंग स्टाफ ने ही गंभीर घायल हो जयपुर रेफर कर दिया।
गुढ़ा ने कहा कि यह घोर लापरवाही है। इसको किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सम्बन्धित के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
पूर्व विधायक राजेन्द्र गुढ़ा अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठ गए। मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा, परिवार सदस्य को सरकारी नौकरी, बिजली निगम के जिम्मेदारों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। उन्होंने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की हैं।

गुढ़ा ने कहा- इतना बड़ा हादसा हुआ है, कलेक्टर को भी अस्पताल आना चाहिए। जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी तब तक धरना जारी रहेगा। राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा कि बरसात का पहले से अलर्ट था। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले ही इस पोल में करंट आ रहा था, बिजली निगम के अधिकारियों को अवगत करवाया गया था, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
इसी तरह से एक बरसात में ही पूरे शहर में पानी में डूब गया। यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राजेंद्र गुढ़ा देर शाम तक अस्पताल में धरने पर बैठे रहे। वे धरना स्थल पर कलेक्टर को बुलाने और सुनवाई करने की मांग करते रहे।