चंवरा किशोरपुरा के मोरिंडा धाम में ब्रह्मलीन संत बनवारी दास की समाधि पर तपती धूप में तपस्या कर रहे रोहिताश्व दास महाराज
46डिग्री तापमान में घोर तपस्या कर रहे संत के दर्शन करने उमड़े श्रद्धालु

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : भरत सिंह कटारिया
ककराना : सनातन संस्कृति में संत महात्माओं की त्याग और तपस्या के किसे खूब सुनने को मिल जाते हैं मोरिंडा धाम पल्टूदास अखाड़े में गंगा दशहरे मेंले को लेकर चल रही कथा के बीच ऐसा ही दर्साय सामने आया है। पिछले दो दिन से पीलाजोड़ा धाम पुरानाबास के संत दो दिन से बनवारी दास जी की समाधि पर तपती धूप में तपस्या कर रहे हैं बताया जाता है कि महाराज कई सालो से भीषण गर्मी के मौसम में ही तपस्या करते हैं। भक्तो की माने तो जितनी देर तपस्या करते हैं उतनी देर श्वास को रोककर रखते हैं। इस ध्यान क्रिया को विम्होफ कुम्भक कहते हैं। इस अवसर समाजसेवी सुरेश मीणा किशोरपुरा, डॉ.सावरमल सैनी, गजराज सिंह शेखावत, जगदीश शर्मा, नथु सैनी, रामनिवास सैनी, राधेश्याम कुमावत सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष मौजूद थे।