टोंक : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक विधायक सचिन पायलट ने कहा है कि जनता ने बीजेपी समेत NDA के खिलाफ मतदान किया है। 400 पार का नारा लगाने वाली बीजेपी अपनी 303 सीटें भी नहीं बचा पाई, 240 पर सिमट गई। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जनादेश दिया। अब राजीव गांधी की तरह नैतिकता दिखाए। 1984 में कांग्रेस की 400 सीटें थीं। राजीव गांधी प्रधान मंत्री थे। 1989 में ये सीटें घटकर 200 रह गईं। फिर भी सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस को मिली थीं। ऐसे में राष्ट्रपति ने कांग्रेस को ही सरकार बनाने के लिए कहा था, लेकिन राजीव गांधी ही ऐसे नेता थे जिन्होंने जनादेश का सम्मान किया और राष्ट्रपति से कहा कि जनादेश कांग्रेस के खिलाफ है ऐसे में आप अन्य को सरकार बनाने के लिए कहिये, लेकिन आज सत्ता के लिए सरकारी संस्थाएं ईडी, सीबीआई आदि का दुरूपयोग कर रहे हैं। वहीं वैभव गहलोत के लोकसभा चुनाव हारने के बारे में कहा कि वे पिछली बार भी नहीं जीत पाए थे, इस बार भी नहीं जीत पाए हैं। हम और मेहनत करेंगे और अगली बार किसी और सीट से वैभव गहलोत जीतेंगे।
यह बात गुरुवार को टोंक-झालावाड़ लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद हरीश मीणा के गुरुवार को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में स्वागत समारोह में कही। टोंक-सवाईमाधोपुर में दस साल और दौसा से 20 साल बाद देशभर में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन से खुश पायलट ने कहा कि यह जीत कार्यकर्ताओं व सभी नेताओं की बराबर मेहनत का परिणाम है। पायलट ने कहा, चुनाव परिणामों में किसी का स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। 303 सांसद लेकर उतरी भाजपा 240 पर है। अब जो सरकार बनेगी वो मिली-जुली होगी, लेकिन कांग्रेस का जनाधार दुगुना हुआ है। आम जनता ने मोदी सरकार के दस साल के शासन में विरोधियों को जेल में डालने, आक्रमकता, प्रतिशोध की राजनीति, मनमानी आदि नीतियों के बदले उनको सबक सिखाते हुए आइना दिखाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व इंडिया गठन ने भाजपा राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भाजपा का डबल इंजन फैल किया और कई राज्यों में बेहतर कार्य किया।
भाजपा ने काम करने की जगह मंदिर-मस्जिद किया, सरकारी संस्थानों का दुरुपयोग और विरोधियों पर दबाव बनाया। लोगों ने भाजपा-एनडीए के खिलाफ वोट डाला है। राजस्थान में 0 से 11 सीट पर आए है, इसका श्रेय कार्यकर्ताओं को जाता है।
राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे आदि राष्ट्रीय नेताओं की मेहनत रंग लाई है। भाजपा के गढ़ गुजरात व उनकी अन्य मजबूत सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। उड़ीसा, मध्यप्रदेश समेत जिन राज्यों में जनाधार आदि जगहों पर जहां कांग्रेस को जनाधार कम मिला। इसके लिए कार्यकर्ता जुटे है।
चार साल छह महीने के बाद राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी। बीजेपी सरकार की उलटी गिनती चालू हो चुकी है। हरियाणा, महाराष्ट्र आदि जगह चुनाव होंगे। इसलिए लगातार मेहनत करते हुए जनता का विश्वास जीतना है। नवनिर्वाचित सांसद हरिशचंद्र मीना ने भी अपनी जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को दिया। साथ ही पायलट के साथ पूर्व सीएम गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा आदि नेताओं की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया है।
समारोह को कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा, सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष गिरिराज गुर्जर, सवाई माधोपुर के विधायक रामकेश मीणा व विधायक इंदिरा मीणा, पूर्व विधायक दानिश अबरार, मालपुरा से घांसीलाल चौधरी, पीसीसी उपाध्यक्ष रामविलास चौधरी, पूर्व विधायक कमल बैरवा आदि ने संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस नेता सऊद सईदी, पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मण गाता, कैलाशी मीणा, माया सुवालका, सोनम गोलेछा, सैयद मेहमूद शाह, रामलाल संडिला, जर्रार अहमद, यूसुफ खान यूनिवर्सल, कुलदीप राजावत, सतवीर गुर्जर, हंसराज गाता, श्रीराम चौधरी, मुराद गांधी, अख्तर खान, शब्बीर अहमद, यूसुफ इंजिनियर समेत टोंक-सवाईमाधोपुर के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बिजली-पानी प्रबंधन में सरकार फेल
सचिन पायलट ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भीषण गर्मी में सरकार बिजली-पानी का प्रबंधन करने में फेल रही है। सरकार को प्रदेश की जनता के लिए बिजली और पानी का प्रबंधन पहले से करना चाहिए था। आचार संहिता का बहाना बनाना गलत है। भीषण गर्मी में पानी और बिजली कटौती से आम जनता त्रस्त है। अगर सरकार अच्छा प्रबंधन करती तो यह हालात आज नहीं होते। पूर्व की कांग्रेस सरकार पर सारा दोष डाल दे, इससे वह जिम्मेदारी से नही बच सकते है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अगर काम नहीं करेगी तो जनता उसे घेरेगी और हम जनता के साथ है।
सभी ने मिलकर काम किया
पायलट ने कहा कि टिकट कांग्रेस पार्टी देती है। सिफारिश ज़रुर एक नेता की होती है, लेकिन टिकट मिलने के बाद सभी ने मेहनत की और रिजल्ट अच्छा आया है। सभी नेताओं ने मिलकर काम किया। जनता से भाजपा नेताओं के दावों व अहंकार को हराकर इंडिया गठबंधन पर विश्वास जताया है।
अगली बार वैभव गहलोत जीतेंगे
पूर्व डिप्टी सीएम व कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की हार पर कहा कि हमारे कुछ लोग हारे हैं। वैभव पिछली बार भी नहीं जीत पाए थे, इस बार भी नहीं जीत पाए हैं। हम और मेहनत करेंगे और अगली बार किसी और सीट से वैभव गहलोत जीतेंगे। विदित रहे 2019 में भी वैभव गहलोत जोधपुर सीट से हार गए थे।