विधायक से सासद का किया लंबा सफर तय
विधायक से सासद का किया लंबा सफर तय

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
शिमला : बृजमोहन अग्रवाल का जन्म 1 मई 1959 को रायपुर छत्तीसगढ़ में हुआ था. उनके पिता रामजीलाल अग्रवाल टीबा वसई निवासी व्यवसाय के लिए रायपुर छत्तीसगढ़ चले गए थे वहीं पर बृजमोहन अग्रवाल का जन्म हुआ था उनके क्षेत्र में काफी ख्याति थी बृजमोहन अग्रवाल ने सर्वप्रथम 1984 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की 1988 से 90 तक भारतीय युवा मोर्चा के मंत्री रहे।1993 से 2023 तक आठ बार विधायक बने 2003 में वह पहली बार कैबिनेट मंत्री बने बृजमोहन अग्रवाल प्रदेश की सबसे बड़ी लीड लेकर सांसद चुने गए हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने संसद के चुनाव में सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस के विकास उपाध्याय को 5 लाख 75 हजार 285 वोट के अंतर से हरा दिया है।. लोकसभा चुनाव 2024 में बृजमोहन को 10 लाख 50 हजार 351 वोट मिले हैं. उनकी जीत से सूबे की पूरी बीजेपी यूनिट में खुशी है. छत्तीसगढ़ की राजनीति में बृजमोहन अग्रवाल एक बड़ा नाम हैं. बीते साल छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार आने के बाद उन्हें राज्य का शिक्षा मंत्री बनाया गया था।
बीजेपी के कद्दावर नेता कहे जाने वाले बृजमोहन अब तक आठ बार विधायक और पांच बार मंत्री रह चुके हैं. जब बीजेपी ने उन्हें रायपुर लोकसभा से उम्मीदवार बनाया था तो कई राजनीतिक विशेषज्ञ यह भी कह रहे थे कि बीजेपी उन्हें छत्तीसगढ़ की राजनीति से बाहर करके राष्ट्रीय राजनीति में लाना चाहते है।
बृजमोहन अग्रवाल का जन्म 1 मई, 1959 को रायपुर में हुआ था. उन्होंने कॉमर्स और आर्ट्स दोनों विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन, एलएलबी की डिग्री भी ली है. साल 1986 में इनकी शादी सरिता देवी अग्रवाल से हुई थी. इनके 2 बेटे और 1 बेटी हैं.बृजमोहन अग्रवाल ने 1977 में ABVP यानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ले ली थी. उस समय उनकी 16 साल की थी. साल 1981 और 1982 के दौरान वह छात्रसंघ के अध्यक्ष भी रहे. इसके दो साल बाद 1984 में बृजमोहन बीजेपी के सदस्य बने. इसके अलावा, वह 1988 से 1990 तक वह भाजपा युवा मोर्चा के युवा मंत्री भी रहे. बृजमोहन अग्रवाल 31 साल की उम्र में पहली बार विधायक चुने गए. इसके बाद से वह 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में वे लगातार विधायक बनते आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. यही वजह है किइन्हें छत्तीसगढ़ में राजनीति का चाणक्य भी कहते हैं. साल 2018 में जब बीजेपी को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था तो उस दौरान सिर्फ बृजमोहन अग्रवाल ही रायपुर दक्षिण की सीट से विधायक चुने थे चुनाव आयोग में दिए शपथ पत्र के अनुसार, बृजमोहन अग्रवाल की कुल संपत्ति 2 करोड़ 67 लाख है. बृजमोहन के पास इनोवा कार और ट्रैक्टर भी है. दस्तावेज के मुताबिक, उनकी पत्नी की कुल आय डेढ़ करोड़ है. उनकी पत्नी एक योग शिक्षक होने के साथ-साथ खेती-किसानी का व्यवसाय भी करती हैं।
बृजमोहन अग्रवाल का अपने पैतृक ग्राम टीबा वसई से भी घनिष्ठ संबंध है तथा वह समय-समय पर यहां पर आते रहते हैं तथा ग्राम में विकास के कार्य करवाते रहते हैं इन्होंने ग्राम में चिकित्सालय व स्कूल की स्थापना भी करवाई है यह बड़े ही मिलनसार व्यक्तित्व की धनी है।