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गौशाला में हुआ अनूठा विवाह, पीपल और पीपली का ’23 जोड़ों’ ने किया कन्यादान


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गौशाला में हुआ अनूठा विवाह, पीपल और पीपली का ’23 जोड़ों’ ने किया कन्यादान

झुंझुनूं के खेतड़ी में पीपल के पेड़ और पीपली के पेड़ के बीच अनूठा विवाह करवाया गया. यह शादी गौशाला में आयोजित हुआ, जिसमें धर्मप्रेमी दंपत्तियों के 23 जोड़ों ने हिस्सा लिया.

झुंझुनूं : झुंझुनूं के खेतड़ी में पीपल के पेड़ और पीपली के पेड़ के बीच अनूठा विवाह करवाया गया.  पीपल पूर्णिमा के मौके पर त्यौन्दा गांव की गमहामल महाराज गौशाला में पहली बार यह अनूठा आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य पेड़ों को धार्मिक भावनाओं के साथ जोड़कर उनकी हमेशा के लिए ख्याल रखना और संरक्षित रखना ही है.

जानकारी के मुताबिक, त्यौन्दा गांव की महामल महाराज गौशाला में हजारों की संख्या में पीपल, पीपल सहित अन्य पेड़ लगे हुए हैं. पीपल पूर्णिमा पर 41 जोड़े पीपल और पीपली के चिह्नित किए गए और उनके हिंदू रीति से विवाह करवाया गया.

इस मौके पर 41 पीपली के पेड़ों का कन्यादान गांव के ही धर्मप्रेमी दंपत्तियों के 23 जोड़ों ने हिस्सा लिया. पंडित आचार्य संत कुमार शर्मा और करण शर्मा के सानिध्य में पूरा विवाह संपन्न हुआ.

इस मौके पर गांव के लोगों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया. गौशाला समिति के सदस्य रामकिशन शर्मा ने बताया कि गौशाला में चार हजार से अधिक पेड़ लगे हुए हैं. इन पेड़ों के साथ ग्रामीणों को जोड़ने के लिए यह अनूठा आयोजन किया गया. आपको बता दें कि पीपल पूर्णिमा के दिन पीपल के विवाह की पुरानी परंपरा है. कई जगहों पर पीपल का पीपली के साथ तो कई जगहों पर बड़ के साथ विवाह करवाया जाता है.

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