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मृतक रामेश्वर के परिवार से मिले कांग्रेस जिलाध्यक्ष:आर्थिक सहयोग किया, बोले- प्रशासन दिखावटी कार्रवाई कर रहा है, विभाग खुद पनपा रहा शराब माफियाओं को


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मृतक रामेश्वर के परिवार से मिले कांग्रेस जिलाध्यक्ष:आर्थिक सहयोग किया, बोले- प्रशासन दिखावटी कार्रवाई कर रहा है, विभाग खुद पनपा रहा शराब माफियाओं को

मृतक रामेश्वर के परिवार से मिले कांग्रेस जिलाध्यक्ष:आर्थिक सहयोग किया, बोले- प्रशासन दिखावटी कार्रवाई कर रहा है, विभाग खुद पनपा रहा शराब माफियाओं को

सूरजगढ़ : कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुण्डा शुक्रवार को मृतक रामेश्वर वाल्मीकि के परिवार से मिले। मृतक के परिवार को ढांढस बांधते हुए हर संभव मदद का विश्वास दिलाया। आर्थिक सहयोग भी किया। इस दौरान सुण्डा ने भाजपा और प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग ने जिले में एक शराब की दुकान के लाइसेंस में दर्जनां दुकानें खुलवा दी है।

शराब बिक्री ही बलौदा के रामेश्वर वाल्मिकी की हत्या का कारण बनीं है। उन्होंने कहा कि घटना के नौ दिनों के बाद भी अब तक भाजपा का कोई नुमाइंदा पीड़ित परिवार के आंसू तक पोंछने नहीं पहुंचा है। जिससे साफ हो जाता है कि भाजपा दलित, वंचित और महिला वर्ग की विरोधी है। जब से प्रदेश में भाजपा की पर्ची सरकार बनी है। तब से दलितों, वंचितों, पिछड़ों और खासकर महिलाओं पर अत्याचार बढा है।

कानून व्यवस्था लचर हो गई है। कांग्रेस रामेश्वर वाल्मिकी के परिवार के साथ खड़ी है। हर लड़ाई में कांग्रेस रामेश्वर वाल्मिकी का साथ देगी। सुंडा ने कहा कि प्रशासन भी सिर्फ दिखावटी कार्रवाई कर रहा है। जो अवैध निर्माण तोड़े गए है। वो भी ऐसे कमजोर आरोपियों के तोड़े गए है। जिनके मां-बाप रेवड़ चराकर घर चलाते है। आज भी ना केवल दो आरोपी खुलेआम घूम रहे है। बल्कि दबंग अपराधियों पर कार्रवाई करने में प्रशासन और पुलिस कतरा रही है। इस मौके पर सुंडा ने एसडीएम और एडीएम से वार्ता कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने, आर्थिक सहायता देने, दोषियों को सजा देने तथा परिवार को सुरक्षा देने की मांग

दिखावटी कार्रवाई

सुंडा ने कहा कि रामेश्वर वाल्मीकि की हत्या के नौ दिन बाद शुक्रवार को आबकारी विभाग शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए बलौदा पहुंचा। जिससे साफ हो जाता है कि विभाग की मंशा क्या है। लेकिन सच यह है कि लेकिन शराब माफियाओं और हथकढ़ शराब का कारोबार करने वाले लोगों विभाग के लोगों ने ही पूर्व सूचना कर गायब करवा दिया। जिससे इस टीम को फोटो सेशन करवाकर बैरंग ही वापिस लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि ना केवल बलौदा, बल्कि पूरे जिले में आबकारी विभाग ही शराब ठेकेदारों और शराब माफियाओं से गठजोड़ कर अवैध शराब की बिक्री करवा रहा है। यही कारण है कि शराब माफिया बिना कोई अंकुश के अवैध शराब बेच रहे है और अपराध बढ़ रहा है। सुंडा ने ये आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने हमेशा की तरह इस कार्रवाई से पहले ही शराब माफियाओं को कार्रवाई की सूचना दे दी। जिससे ना केवल हथकढ़ शराब, उसे बनाने के उपकरण गायब हो गए, बल्कि हथकढ़ शराब के कारोबार से जुड़े लोग भी भूमिगत हो गए। सुंडा ने सवाल उठाया कि जो कार्रवाई तुरंत की जानी थी। उसके लिए विभाग नौ दिनों तक किसका इंतजार करता रहा। यही नहीं आबकारी विभाग लगातार बलौदा के शराब ठेकेदार को भी बचाने का काम कर रहा है। विभाग ने ठेकेदार को क्लीन चिट दे दी और तीन दिन के लिए उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया। जबकि कायदे से ऐसे शराब ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनका लाइसेंस स्थायी रूप से निरस्त करना चाहिए। लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी लगातार ठेकेदार को क्लीन चिट देने में जुटे हुए है। उन्हें या फिर सरकार को रामेश्वर वाल्मीकि की हत्या से कोई सरोकार नहीं है।

इस दौरान पीसीसी सदस्य रणजीत चंदेलिया, पंचायती राज के जिलाध्यक्ष राजकुमार राठी, भैसावता सरपंच मानसिंह सहारण, राजीव गांधी पंचायती राज के प्रदेश सचिव विजय मील, नरेश अहलावत, विजय चंदेलिया, महेंद्र वाल्मीकि, संतोष वाल्मीकि, रेखा वाल्मीकि, उम्मेद सिंह शेखावत, मुकेश शेखावत, संजय, योगेंद्र सिंह शेखावत आदि ग्रामवासी मौजूद थे।

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