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अन्याय से थक गया हूं…लिखकर हेड कॉन्स्टेबल ने सुसाइड किया:दोनों हाथ पर नंबर लिखे मिले; एक्सीडेंट के बाद मानसिक रूप से परेशान था


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अन्याय से थक गया हूं…लिखकर हेड कॉन्स्टेबल ने सुसाइड किया:दोनों हाथ पर नंबर लिखे मिले; एक्सीडेंट के बाद मानसिक रूप से परेशान था

अन्याय से थक गया हूं...लिखकर हेड कॉन्स्टेबल ने सुसाइड किया:दोनों हाथ पर नंबर लिखे मिले; एक्सीडेंट के बाद मानसिक रूप से परेशान था

चूरू : मैं अन्याय से थक गया हूं…यह लिखकर हेड कॉन्स्टेबल ने घर पर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। हेड कॉन्स्टेबल बैंक ऑफ बड़ौदा में गार्ड के तौर पर तैनात था। 2007 में हुए सड़क हादसे के बाद से मानसिक रूप से परेशान था। मामला चूरू जिले के सदर थाना क्षेत्र की पूनिया कॉलोनी का है।

डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि सिरसला निवासी हरीश (23) ने रिपोर्ट दर्ज कराई। बताया कि उसके पिता हेड कॉन्स्टेबल सीताराम सहारण (47) बैंक ऑफ बड़ौदा में गार्ड के इंचार्ज के तौर पर तैनात थे। वे 2007 में हुए सड़क हादसे के बाद से मानसिक रूप से परेशान थे।

रविवार शाम को परिवार के लोग घर में मौजूद थे। इसी दौरान पिता घर के बाहर बने कमरे में गए और फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। थोड़ी देर बाद कमरे में घरवाले पहुंचे तो पिता फंदे पर लटके हुए थे। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को नीचे उतारा।

सूचना मिलने के बाद मॉर्च्युरी के बाहर ग्रामीणों की भीड़ लग गई।
सूचना मिलने के बाद मॉर्च्युरी के बाहर ग्रामीणों की भीड़ लग गई।

क्या लिखा है सुसाइड नोट में
डीएसपी ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल सीताराम सहारण के पास एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं अन्याय से थक गया हूं। पुलिस विभाग से मेरा निवेदन है कि मेरे गांव में मेरा अंतिम संस्कार करवा दे। इसके अलावा सुसाइड नोट में कुछ भी नहीं लिखा है।

मृतक के दोनों हाथ पर कुछ नंबर लिखे हैं। जिसके बारे में पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। हाथ पर लिखे नंबर से वह क्या कहना चाहता था। इसके बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।

जनवरी 2023 में लगे थे बैंक में गार्ड
हेड कॉन्स्टेबल सीताराम सहारण जनवरी 2023 में बैंक ऑफ बड़ौदा में गार्ड के रूप में लगे थे। वह गार्ड इंचार्ज थे। सीताराम 1997 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुए थे। साल 2015 में प्रमोशन हुआ था। इसके बाद 7 महीने तक राजगढ़ में ट्रैफिक इंचार्ज के रूप में काम किया था। 7 साल से पुलिस लाइन में तैनात थे।

एलएलबी कर रहा है बेटा
सीताराम सहारण के एक बेटा और एक बेटी है। बेटी नीट की तैयारी कर रही है और बेटा दिल्ली में एलएलबी कर रहा है। पूनिया कॉलोनी में भी घर बना रखा है। रविवार शाम सुसाइड करने से पहले वह मिलने वाले के यहां शोक सभा में जाकर आए थे।

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