अंधविश्वास ने दिए छाले:आत्मा भगाने के लिए तांत्रिक ने युवती को सलाखों से दागा
स्कूली छात्रा में तांत्रिक ने भूत होने का परिवार वालों को हवाला दिया और शरीर को गर्म सरियों से दागा। पीड़िता के साथ मारपीट की गई, लड़की के पिता अपनी बेटी को नोखा अस्पताल लाए। पांचू थाने में तांत्रिक देवी सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया।
नोखा : कक्कू गांव में आत्मा भगाने के नाम पर 19 साल की युवती के साथ तांत्रिक द्वारा जलती सलाखाें से दागने और मारपीट करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में युवती के पर्चा बयान के आधार पर पांचू पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ है। वहीं, युवती का नाेखा के जिला हाॅस्पिटल में इलाज चल रहा है।
पीड़ित युवती के पिता रामगोपाल शर्मा ने बताया कि उसकी बेटी वर्षा की कुछ दिनाें पहले स्कूल से घर आते समय तबीयत बिगड़ गई। वह लगातार बीमार रहने लगी। घर की महिलाएं वर्षा को गांव के तांत्रिक देवी सिंह चाैहान के पास ले गई। देवीसिंह ने उनके घर में पूजा की जरूरत बताई। इस पर 10 हजार रुपए की हवन सामग्री मंगवाकर सात मई काे उसके घर में तांत्रिक ने पूजा की।
इस पर भी वर्षा की तबीयत नहीं सुधरी ताे घर की महिलाएं दोबारा देवीसिंह के पास गई। देवीसिंह ने उन्हें वर्षा में किसी आत्मा का वास हाेने की बात कहकर इतना डरा दिया कि वे उसके कहे में आ गई। देवीसिंह ने अपने मंदिर में बने एक कमरे में ले गया। तांत्रिक देवीसिंह ने सभी काे बाहर भेज दिया। कहा कि आप इसका इलाज देख नहीं पाएंगे।
तांत्रिक ने वर्षा के हाथ और पैर लाेहे की जलती सलाखाें से दाग दिया, उसके गालाें पर थप्पड़ मारे। करीब 15 मिनट बाद तांत्रिक ने सभी काे बुलाया और कहा कि उसका भूत निकल गया है। परिजनाें ने वर्षा के शरीर पर घाव देखे ताे उसे उलाहना दी, उसके शरीर पर जलने के निशान थे। वे उसे घर ले आए।
घर में ही उसकी मरहम पट्टी की। बुधवार काे वर्षा काे तकलीफ हुई ताे दाेपहर में नाेखा के जिला हाॅस्पिटल में ले गए। वहां उसका इलाज चल रहा है। पांचू एसएचओ रामकेस मीणा ने बताया कि बालिका के पर्चा बयान के आधार पर तांत्रिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
आप बीती – मुंह दबाकर 15 मिनट तक सरिए से दागा, अब धमकी दे रहा तांत्रिक
मंगलवार रात 11 बजे मुझे मेरे परिजन गांव के नख्त बना मंदिर में मंदिर पुजारी और तांत्रिक देवीसिंह चाैहान के पास ले गए। वहां 100 से अधिक लाेग आए हुए थे। उसने मुझे देखते ही कहा कि मुझमें भूत है। उसे निकालना हाेगा। उसने मेरे परिजनाें सहित सभी लाेगाें काे बाहर निकाल दिया। उसके बाद उसने अपने हाथाें से मेरा मुंह दबाया। लाेहे के गर्म सरिए से मुझे दागने लगा।
मैं छटपटाती रही, मगर मुंह से एक शब्द उसने नहीं निकलने दिया। गालाें पर थप्पड़ मारे, हाेंठाें पर भी लगी। करीब 10-15 मिनट तक वह मुझ पर लगातार अत्याचार करता रहा। मैं बेबस हाे गई, मन ही मन भगवान काे याद करते हुए यह साेचने लगी कि अब यह मुझे जान से ही मारेगा। शरीर का हर अंग दर्द करने लगा। उसने जब हाथ हटाया ताे मैं बेसुध हाे चुकी थी, चिल्लाने की ताकत भी नहीं बची थी।
अब भी यह मंजर याद करके मेरी रूह कांप जाती है। ऐसी दरिदंगी अन्य किसी के साथ ना हाे, ऐसी ही भगवान से प्रार्थना है। वहां प्रतिदिन 100 से अधिक लाेग आते हैं। ऐसे ढाेंगी तांत्रिक काे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। वह अब मेरे परिवार वालाें काे भी धमका रहा है।-जैसा पीड़ित युवती वर्षा ने हमारे मीडिया कर्मी काे बताया
दाेनाें हाथ-पैर जलाए, चेहरे पर भी चाेट के निशान
तांत्रिक ने युवती पर जरा भी रहम नहीं किया। उसके शरीर में आत्मा का वास बताकर उसके ऊपर बेहरमी बरती। जलती सलाखाें से हाथ-पैर जला दिए, चेहरे पर भी चाेट के निशान हैं। घटना की सूचना मिलने पर गुरुवार काे पूर्व सरपंच रेवंतराम राहड़, हिम्मताराम, चाचा मनोज महाराज आदि हाॅस्पिटल पहुंचे। बालिका की कुशलक्षेम पूछी।