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स्वच्छता के कार्यों में लाएं गति, बेहतर हों कार्य : सत्यानी


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स्वच्छता के कार्यों में लाएं गति, बेहतर हों कार्य : सत्यानी

स्वच्छता के कार्यों में लाएं गति, बेहतर हों कार्य : सत्यानी

चूरू : जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने कहा है कि अधिकारी सघन मॉनीटरिंग कर स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के कार्यों को गति दें और पूरी गंभीरता के साथ काम करते हुए मिशन की मंशा को साकार करें।

जिला कलक्टर बुधवार को जिला स्वच्छता प्रबंधन समिति की बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रही थीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मॉडल ग्राम पंचायतों में गांव के सभी घरों में उपयोग में आ रहे शौचालय सुनिश्चित हों, गांव के सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, पंचायत घरों में उपयोग में आ रहा शौचालय हो, जिसमें पुरुष-महिला के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा हो। गांव के सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा नहीं हो। गांव में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन की व्यवस्था हो। दीवारों पर पेंटिग, बिलबोर्ड आदि के माध्यम से ओ.डी.एफ. प्लस के आई.ई.सी. संदेशों का प्रमुखता से प्रदर्शन हो। सामुदायिक स्वच्छता परिसरों की नियमित सफाई हो एवं उनका उपयोग सुनिश्चित करें। वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना के अनुसार प्रस्तावित सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण करवाएं। इनके निर्माण हेतु उपयोगिता के अनुसार स्थान का चयन करें। गांवो में ग्रे वाटर प्रबंधन कार्य जमीनी स्तर पर शत-प्रतिशत पूर्ण करें।

सीईओ मोहन लाल खटनावलिया ने अधिकारियों से कहा कि पन्द्रहवां वित्त आयोग के टाईड फण्ड में निर्धारित 30 प्रतिशत राशि को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की गतिविधियों में ही उपयोग लिया जाना है। अन्य या गैर अनुमत मद में राशि का व्यय नहीं करें। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर कचरा परिवहन, कचरा संग्रहण केन्द्र, कम्पोस्ट पिट निर्माण, कचरा-पात्र स्थापित करवाएं। शासन सचिव के  30 जून 2024 तक सभी ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस घोषित कराने की कार्यवाही करें।  उन्होंने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी जगबीर यादव को भी शौचालय विहीन विद्यालयों की सूची प्रस्तुत करने के निर्देश प्रदान किए।

जिला कलक्टर ने आईसीडीएस उपनिदेशक एवं विकास अधिकारियों से कहा कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही मॉडल ग्राम पंचायतों में रात्रि चौपाल का आयोजन किया जाएगा, स्वच्छता के सभी मापदंडों के अनुसार ग्राम पंचायतों में व्यवस्था करें तथा अन्य सुविधाएं भी सुनिश्चित करें। उन्होंने विकास अधिकारियो के साथ ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन तथा मॉडल ग्राम पंचायत घोषित किये जाने हेतु बिन्दुवार समीक्षा कर 30 मई तक 60 प्रतिशत, 15 जून तक 80 प्रतिशत एवं 30 जून तक शत-प्रतिशत मॉडल ओडीएफ घोषित करवाएं।

एसीईओ दुर्गा ढाका ने विकास अधिकारियों को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। एसबीएम समन्वयक श्यामलाल शर्मा ने जिले में चल रही गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 17 मई तक पुनः प्रभारी अधिकारियों एवं ब्लॉक समन्वयकों के साथ समीक्षा की जाएगी। बैठक में एसीईओ दुर्गा ढाका, डीडी आईसीडीएस नरेंद्र सिंह शेखावत, सीडीईओ जगबीर यादव, एडीपीआर कुमार अजय, बीडीओ अमरजीत बाबल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

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