कौन हैं राजस्थान की ‘हॉकी वाली सरपंच’ नीरू यादव, जो अब UN में बढ़ाएगी भारत का मान
hockey wali sarpanch neeru yadav : न्यूयॉर्क में सीडीपी की ओर से आज से पांच दिवसीय वार्षिक सम्मेलन शुरू हो रहा है। जिसमें झुंझुनूं जिले की लांबी अहीर ग्राम पंचायत की सरपंच नीरू यादव भी शिरकत करेंगी।

बुहाना : हॉकी वाली सरपंच के नाम से महशूर राजस्थान की नीरू यादव अब विदेश में भारत का मान बढ़ाती नजर आएंगी। जी हां, झुंझुंनूं जिले की लांबी अहीर ग्राम पंचायत की सरपंच नीरू यादव को यूएन से बुलावा आया है। वो न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या और विकास आयोग (सीडीपी) की ओर से आयोजित होने वाले वार्षिक सम्मेलन में पंचायत स्तर पर बालिकाओं और महिलाओं को सशक्त करने के लिए किए गए नवाचारों पर अपने अनुभव साझा करेंगी।
हॉकी वाली सरपंच के नाम से क्यों हुई मशहूर ?
पंचायत के साथ-साथ राजस्थान की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनीं सरपंच नीरू यादव ने लड़कियों को प्राथमिकता पर रखा। उन्होंने लड़कियों की एक हॉकी टीम तैयार की। खास बात ये है कि उन्होंने खुद के खर्चे से बच्चियों के लिए एक कोच भी रखा। इतना ही नहीं, वो खुद सुबह लड़कियों को ग्राउंड पर लेकर जाती हैं और कोच के साथ मिलकर वो बच्चियों की ट्रेनिंग कराती हैं। यही वजह है कि उन्हें हॉकी वाली सरपंच के नाम से पुकारा जाता है।
इन कामों से भी बनाई अलग पहचान
नीरू यादव ने क्षेत्र में बर्तन बैंक खुलवाकर ग्राम पंचायत को प्लास्टिक मुक्त करने की पहल की। ग्रामीण महिलाओं से पुराने कपड़ों के थैले बनवाकर महिलाओं को सशक्त बनाया। नीरू यादव ने पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए विवाह पर कन्यादान के रूप में पेड़ देकर नई मुहिम की शुरू की। वो मेरा पेड़-मेरा दोस्त मुहिम के तहत सरकारी स्कूलों में 21000 पौधे फ्री बांट चुकी है।
कौन हैं सरपंच नीरू यादव ?
नीरू यादव राजस्थान के झुंझुनू जिले की रहने वाली हैं। वो मूलरूप से हरियाणा की है। वर्तमान में नीरू यादव बुहाना तहसील के लांबी अहीर ग्राम पंचायत की सरपंच है। नीरू यादन ने शैक्षणिक स्तर पर कई डिग्री हासिल की है, जिसमें बीएससी, एमएससी, बीएड, एमएड हैं और पीएचडी शामिल हैं। इंजीनियर अशोक यादव से शादी करने के बाद नीरू यादव ने साल 2020 में सरपंच का चुनाव लड़ने का फैसला किया। नीरू यादव ने संरपच के चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की थी। साथ ही लांबी अहीर गांव की पहली महिला सरपंच बनकर इतिहास रच दिया था।