झुंझुनूं में तेज गर्मी का असर, अस्पतालों में मरीज बढ़े:बच्चों में डिहाइड्रेशन और बुखार की शिकायत बढ़ी, डॉक्टर बोले- धूप से करें बचाव
झुंझुनूं में तेज गर्मी का असर, अस्पतालों में मरीज बढ़े:बच्चों में डिहाइड्रेशन और बुखार की शिकायत बढ़ी, डॉक्टर बोले- धूप से करें बचाव

झुंझुनूं : झुंझुनूं में गर्मी का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। तेज गर्मी के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। अस्पताल में आने वाले मरीजों में डिहाइड्रेशन की शिकायत सामने आ रही है। इनमें छोटे बच्चों की भी बड़ी तादात है, जिनमें बुखार और उल्टी-दस्त के मरीज शामिल है।
बीते एक सप्ताह में झुंझुनूं के सबसे बडे राजकीय बीडीके अस्पताल में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। पर्ची काउंटर व ओपीडी में मरीजों की भीड नजर आ रही है। इस बीच डॉक्टरों ने गर्मी के मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र भांबू ने बताया कि गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन व उल्टी दस्त के मरीज बढे़ है। छोटे बच्चे ज्यादा चपेट में आ रहे है। उनमें दस्त और बुखार की ज्यादा शिकायतें आ रही है। बच्चों को धूप से बचाना चाहिए। उन्होंने बताया कि तेज गर्मी के कारण शरीर में पानी व लवण की कमी होने पर सिर भारी हो जाता है।
इसके कारण शरीर में दर्द रहने लगता है। प्यास अधिक लगती है। थकान महसूस होती है। शरीर पूरी तरह से गर्म महसूस होता है। चेहरा लाल हो जाता है। त्वचा रूखी सूखी लगती है। इन सब लक्षणों के होने पर व्यक्ति लू व तापघात का शिकार हो जाता है। गर्मी में तरल पदार्थ का ज्यादा इस्तेमाल करें।
उन्हें तरबूज, अंगूर, संतरे, खरबूजे और पानी की अधिक मात्रा वाले फलों का इस्तेमाल करना चाहिए। ये शरीर को हाइड्रेटेड और ठंडा रखने में मदद करते हैं। खीरा, सलाद, तोरी, और उच्च पानी की मात्रा वाली अन्य सब्जियां भी अच्छी रहती हैं। नारियल पानी तपती लू से बचाने में मदद करता हैं।