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मां की हत्या में बेटी को फंसाना चाहते थे पुलिसवाले:जयपुर में नाबालिग को थाने में लाकर पूछा- तूने ही तेरी मम्मी को गोली मारी है ना


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मां की हत्या में बेटी को फंसाना चाहते थे पुलिसवाले:जयपुर में नाबालिग को थाने में लाकर पूछा- तूने ही तेरी मम्मी को गोली मारी है ना

मां की हत्या में बेटी को फंसाना चाहते थे पुलिसवाले:जयपुर में नाबालिग को थाने में लाकर पूछा- तूने ही तेरी मम्मी को गोली मारी है ना

जयपुर : जयपुर में 3 साल पहले हुए हत्या के केस में पुलिस पर सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, केस की जांच कर रही मानसरोवर थाना पुलिस मृतक महिला की नाबालिग बेटी को ही आरोपी बनाना चाहती थी। थाने में बैठाकर पूछताछ की। इस दौरान कहा- बता तूने ही तेरी मम्मी को गोली मारी है ना। अब इस केस में मानसरोवर थाने के तत्कालीन एसएचओ सहित 4 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है।

पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया- साल 2021 में स्वर्णपथ मानसरोवर निवासी सुमन (38) पत्नी पूरणचंद की गोली मारकर हत्या हुई थी। सुमन घरों में साफ-सफाई का काम करती थी।

अगस्त 2021 में सुमन अपनी 14 साल की बेटी के साथ रामवीर के घर काम करने गई थी। घर पहुंची मां-बेटी को रामवीर अपनी पिस्टल दिखा रहा था। तभी अचानक ट्रिगर दबने से फायर हो गया। गोली सीधे सुमन के सिर में लगने से उसकी मौत हो गई थी।

मामले में दो आरोपियों को किया अरेस्ट

घटना के बाद हत्या और आर्म्स एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर तत्कालीन SHO दिलीप कुमार सोनी ने जांच शुरू की। मामले में आरोपी रामवीर (26) पुत्र चरण सिंह निवासी खेडली अलवर हाल स्वर्ण पथ मानसरोवर को अरेस्ट किया था। पूछताछ में रामवीर ने बताया कि एक दिन पहले अपने दोस्त राजू जायसवाल से पिस्टल लेकर आया था। पुलिस ने दबिश देकर आरोपी राजू जायसवाल (33) पुत्र कुन्दनलाल निवासी खेडली अलवर हाल कावेरी पथ मानसरोवर को भी अरेस्ट कर लिया। दोनों आरोपी के खिलाफ चालान कोर्ट में पेश कर ट्रायल शुरू कर दिया गया था।

नाबालिग बेटी को पूछताछ के लिए लाए थाने

पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया- हत्या की प्रत्यक्षदर्शी गवाह मृतका सुमन की 14 साल की बेटी थी। बयान में सामने आया कि तत्कालीन SHO दिलीप कुमार सोनी के कहने पर मृतका सुमन की नाबालिग बेटी को महिला कॉन्स्टेबल सरोज सरकारी गाड़ी से मानसरोवर थाने लेकर आई। पूछताछ के लिए थाने में बैठाया गया। महिला कॉन्स्टेबल सरोज और SI वंदना नरुका और एक कॉन्स्टेबल ने पूछताछ की।

मानसरोवर में रहने वाली सुमन की गोली लगने से मौत हुई थी।
मानसरोवर में रहने वाली सुमन की गोली लगने से मौत हुई थी।

मर्डर कबूल करने के लिए धमकाया

आरोप है कि पूछताछ के दौरान पुलिसवालों ने नाबालिग बेटी से कहा- बता तूने ही तेरी मम्मी को गोली मारी है ना? नाबालिग बेटी के बयान दर्ज करने के बाद रात करीब 7:30 बजे वापस घर भेज दिया।

ऐसे हुआ पुलिसवालों की करतूत का खुलासा

दरअसल, पिछले दिनों केस में आरोपी पक्ष की ओर से कोर्ट में बेल के लिए याचिका लगाई गई थी। इस दौरान मृतका की नाबालिग बेटी के बयानों में सामने आया कि पुलिस पूछताछ के लिए उसे मानसरोवर थाने ले गई थी। पुलिसकर्मियों ने उससे असहज तरीके से हत्या के बारे में पूछताछ की। पूछताछ के तौर-तरीके से लग रहा था कि पुलिस चाहती है कि वह अपनी मां की हत्या करना कबूल कर ले।

मृतका के ससुर प्रेमचन्द ने भी अपने दर्ज बयान में बताया- नाबालिग पोती ने उसे बताया था कि पुलिसवाले चाहते थे कि वह कबूल करे की मम्मी की हत्या उसने ही गोली मारकर की है।

रिकॉर्ड में नहीं की एंट्री

जांच अधिकारी तत्कालीन SHO दिलीप कुमार सोनी ने नाबालिग को पुलिस स्टेशन लाकर पूछताछ करने और पूछताछ के बाद घर भेजने के संबंध में भी रोजनामचा में रिकॉर्ड एंट्री नहीं की। केस डायरी में भी इसके बारे में एंट्री नहीं की गई। पुलिस को नाबालिग को जांच और बयान के लिए पुलिस थाने के अलावा किसी इच्छित जगह पर ले जाना चाहिए थे।

मामले में तत्कालीन SHO दिलीप कुमार सोनी, SI वंदना नरुका, महिला कॉन्स्टेबल सरोज चौधरी और एक कॉन्स्टेबल का रोल होने पर एडि.डीसीपी (क्राइम) श्रीमन लाल मीणा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

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