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PM Modi Mangarh Dham Visit: एक ही मंच पर होंगे PM मोदी और CM गहलोत, दे सकते हैं बड़ी सौगात


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PM Modi Mangarh Dham Visit: एक ही मंच पर होंगे PM मोदी और CM गहलोत, दे सकते हैं बड़ी सौगात

PM Modi Mangarh Dham Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 1500 आदिवासियों की शहादत स्थली बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम पर आएंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर मानगढ़ धाम परिक्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं।

PM Modi Mangarh Dham Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 1500 आदिवासियों की शहादत स्थली बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम पर आएंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर मानगढ़ धाम परिक्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे मानगढ़ पहुंचेंगे। वे यहां आजादी के अमृत महोत्सव में संस्कृति मंत्रालय के धूली वंदना कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मानगढ़ की माटी की वंदना करेंगे।

प्रधानमंत्री सभा में बड़ी सौगात देंगे

यहां पीएम मोदी ‘मानगढ़ धाम की गौरव गाथा’ कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम आदिवासी नायकों और शहीदों के बलिदान को याद कर श्रद्धांजलि देंगे। गौरतलब है कि मानगढ़ धाम राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के लाखों श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। प्रधानमंत्री के दौरे से मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने की मांग भी तेज हो गई है। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री सभा में बड़ी सौगात देंगे।

तीन राज्यों के मुख्यमंत्री भी होंगे शामिल
कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गुजरात के भूपेंद्र पटेल एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा राज्यपाल मंगूभाई पटेल भी शामिल होंगे। इधर, सोमवार को मानगढ़ धाम पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित पार्टी पदाधिकारी पहुंच चुके हैं।

Mangarh Dham History

राजस्थान व गुजरात की सीमा पर बांसवाड़ा जिले की आनंदपुरी पंचायत समिति क्षेत्र की पहाड़ी पर मानगढ़ धाम स्थित हैं। 17 नवंबर 1913 में गोविन्द गुरु के नेतृत्व में अंग्रेजों से स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ते हुए करीब 1500 आदिवासी शहीद हुए थे। ऐसा कहा जाता है कि यह घटनाक्रम जलियावाला बाग से भी बड़ा था। मानगढ़ से जुड़े अधिकृत दस्तावेज दिल्ली के अभिलेखागार से जुटाने के बाद विकास के मामले में सरकारों की विशेष नजर इस पर है। वर्ष में एक बार ही आयोजन तक केंद्रित इस पहाड़ी पर राजस्थान पत्रिका की वर्ष 2015 में की गई मानगढ़ को मिले मान अभियान की पहल के बाद शहादत के 102 वर्षों में पहली बार 15 अगस्त 2015 में राष्ट्रीय पर्व पर ध्वजारोहण कर शहीदों को नमन किया था।

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