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झुंझुनूं लोकसभा सीट: BJP ने किया नया ‘प्रयोग’, कांग्रेस ने खेला ‘ओला’ दांव, इस सीट पर ‘जाट’ वोट होंगे निर्णायक


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झुंझुनूं लोकसभा सीट: BJP ने किया नया ‘प्रयोग’, कांग्रेस ने खेला ‘ओला’ दांव, इस सीट पर ‘जाट’ वोट होंगे निर्णायक

Lok Sabha Election 2024: 2019 के लोकसभा चुनावों में यहां से ओला परिवार का टिकट काटकर श्रवण कुमार को दिया था। इस बार कांग्रेस ने यहां से शीशराम ओला के बेटे बृजेंद्र ओला को टिकट दिया है, जो कि झुंझुनूं से 4 बार विधायक रह चुके हैं।

Jhunjhunu Lok Sabha seat 2024 (केजे श्रीवत्सन): झुंझुनूं लोकसभा सीट से बीजेपी ने इस बार अपने जीते हुए सांसद नरेंद्र कुमार का टिकट काटकर नए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है। कहा जाता है राजस्थान के शेखावाटी में आने वाली इस सीट से सबसे ज्यादा लोग सेना में शामिल होने जाते हैं। बीते दो लोकसभा चुनावों को छोड़ दें तो यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है।

प्रत्याशियों की कुंडली

पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिवंगत कांग्रेस नेता शीशराम ओला का कभी यहां की सियासत पर एकछत्र राज था। यह जाट बाहुल्य क्षेत्र है, यहां स्थित रानी सती का मंदिर पूरे देश में अपनी अलग पहचान रखता है। बीजेपी ने इस बार यहां से शुभकरण चौधरी को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने बृजेन्द्र ओला को अपना उम्मीदवार बुनाया है। बृजेन्द्र अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

झुंझुनू से 4 बार विधायक

2019 के लोकसभा चुनावों में यहां से ओला परिवार का टिकट काटकर श्रवण कुमार को दिया था। इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी चुनाव जीते थे। इस बार कांग्रेस ने यहां से शीशराम ओला के बेटे बृजेंद्र ओला को टिकट दिया है, जो कि झुंझुनूं से 4 बार विधायक रह चुके हैं। भले ही पिछले दो लोकसभा चुनावों में कांग्रेस यहां से जीत दर्ज नहीं कर पाई लेकिन ओला परिवार के चलते इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है।

सियासी समीकरण

झुंझुनूं लोकसभा सीट पर 23 फीसदी जाट वोट हैं। इसके अलावा इस सीट पर अनूसूचित जाति के करीब 35 हजार मतदाता हैं। जानकारी के अनुसार इस सीट पर मुस्लिम वोटों की बड़ी तादाद है। जानकारों के अनुसार बीजेपी को यहां से जाट वोट बैंक में सेंध लगाने की आशंका सता रही है। वहीं, कांग्रेस नेता श्रवण कुमार इस बार अपनी टिकट कटने से नाराज हैं। 2019 में इस सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े थे और 6 बार विधायक रह चुके हैं।

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