सीकर में शुद्धिकरण के नाम पर ठगी:झाड़-फूंक से डरा कर 6.80 लाख हड़पे, पीड़ित परिवार के गहने बेच डाले
सीकर में शुद्धिकरण के नाम पर ठगी:झाड़-फूंक से डरा कर 6.80 लाख हड़पे, पीड़ित परिवार के गहने बेच डाले

नीमकाथाना : झाड़-फूंक के नाम पर मां-बेटे से लाखों रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। ठगों ने घर में रखी ज्वेलरी का शुद्धिकरण करने के नाम पर ठग लिया। अब ठगों से पैसे वापस दिलवाने की मांग को लेकर पीड़ित गांव में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची।
नानूराम खीचड़ (50) निवासी देवीपुरा, सीकर ने धोद पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि नानूराम खीचड़ के लड़के मनोज कुमार का काफी समय से सिर दर्द रहता है। नानूराम ने अपने बेटे का काफी जगह इलाज कराया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। एक दिन गोकुलपुरा की रहने वाली शारदा नाम की महिला नानूराम के घर आई। शारदा नानूराम की पत्नी कमला देवी की धर्म बहन बनी हुई है।

शारदा ने नानूराम से कहा कि शाहपुरा गांव में मालाराम के खेत में माता की थान बनी हुई है। जहां पर फेरी लगाने पर लोगों की बीमारियां ठीक हो जाती है। जिस पर नानूराम ने फेरी लगाने से मना कर दिया। लेकिन बेटे की बीमारी से परेशान नानूराम की पत्नी कमला ने शारदा को फेरी लगाने के लिए हां कर दी। जिसके बाद शारदा, कमला व लड़के मनोज खीचड़ को लेकर शाहपुरा में फेरी लगाने के लिए चली गई।
शाहपुरा में कमला देवी की मुलाकात मालाराम, उसकी पत्नी व लड़के गणेश से हुई। ये तीनों थान पर झाड़-फूंक का काम करते हैं। मालाराम, उसकी पत्नी व बेटे ने कमला देवी व मनोज खीचड़ से कहा कि आप थान पर सात फेरे लगा जाना और झाड़ा भी डलवा लेना जिससे लड़का ठीक हो जाएगा। कुछ दिनों में मनोज खीचड़ की सरकारी नौकरी भी लग जाएगी। लड़के की नौकरी लगने के बाद इच्छानुसार चढ़ावा थान पर चढ़ा जाना। फेरी लगाने के बाद कमला व मनोज खीचड़ घर आ गए।

कमला देवी व मनोज खीचड़ 5-7 दिनों के अंतराल के बाद लगातार फेरी लगाने के लिए शाहपुरा थान पर जाते थे। इस दौरान आरोपी भूत-प्रेत व झाड़-फूंक के नाम पर कमला देवी व मनोज कुमार को डराने लगे। मालाराम की पत्नी थान में बैठकर तांत्रिकों की तरह जोर-जोर से आवाजे निकालती थी और सिर हिलाकर विचित्र हरकतें करती थी। तब आरोपी महिला ने कमला देवी से कहा कि घर में जितने भी सोने-चांदी के गहने पड़े हैं वह उठाकर ले आओ। गहनों का शुद्धिकरण करना पड़ेगा।
आरोपी महिला ने कमला से कहा कि अगर गहनों का शुद्धिकरण नहीं करवाया तो घर में कोई बड़ी अनहोनी हो जाएगी। इस बात पर मां-बेटा डर गए। तब आरोपी महिला ने कहा कि शुद्धिकरण की बात के बारे में किसी को मत बताना अन्यथा शुद्धिकरण कंप्लीट नहीं होगा और अधूरा रह जाएगा। कमला व मनोज खीचड़ ने आरोपी महिला के कहने पर अपने घर में रखे सारे गहने मालाराम की पत्नी को शुद्धिकरण करवाने के लिए दे दिए।

जिसके मालाराम व उसकी पत्नी ने मां-बेटे को जाल में फंसा कर 6 लाख 25 हजार रुपए नगद व 55 हजार के गहने हड़प लिए। जब कमला देवी के पति को इस बात का पता चला तो नानूराम ने आरोपियों से गहने व पैसे वापस मांगे। तब आरोपियों ने कहा कि पैसे खर्च हो गए और गहने उन्होंने बेच दिए। नानूराम ने कहा कि आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर वह पुलिस थाने के चक्कर काटता रहा लेकिन किसी ने उसकी सुनवाई नहीं की।
आखिरकार न्याय के लिए नानूराम को गांव में बनी पानी की टंकी पर चढ़ना पड़ा। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने नानूराम से समझाइश की और 6 घंटे बाद पानी की टंकी से नीचे उतारा। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच एएसआई श्यामलाल कर रहे हैं।