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Lok Sabha Chunav: राजस्थान में दो चरणों में हुआ था 2019 लोकसभा चुनाव, जानें कब और कितनी सीटों पर हुआ था मतदान


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Lok Sabha Chunav: राजस्थान में दो चरणों में हुआ था 2019 लोकसभा चुनाव, जानें कब और कितनी सीटों पर हुआ था मतदान

Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2019 राजस्थान में दो चरणों में हुआ था। जानिए कब और कितनी सीटों पर मतदान हुआ था।

Lok Sabha Chunav: साल 2019 के लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में आयोजित किए गए थे। वहीं, इसके नतीजों की घोषणा 23 मई को की गई थी। राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव का आयोजन किया गया था। पहले चरण का लोकसभा चुनाव 29 अप्रैल को आयोजित किया गया था। वहीं, दूसरे चरण का लोकसभा चुनाव छह मई को आयोजित हुआ था।

लोकसभा चुनाव की तारीखों का आज एलान किया जाएगा। चुनाव आयोग दोपहर तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का एलान करेगा। साथ ही चार राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा भी आज होगी। लोकसभा की कुल 543 सीटों पर 6-7 चरणों में मतदान होने की संभावना जताई जा रही है।

राजस्थान में दो चरणों में हुआ था चुनाव
ऐसे में अगर राजस्थान की बात करें तो वहां 25 लोकसभा सीटों पर दो चरणों में चुनाव का आयोजन किया गया था। पहले चरण का चुनाव 29 अप्रैल, 2019 को आयोजित हुआ था और दूसरे चरण का चुनाव छह मई को किया गया। वहीं, इस चुनाव के नतीजों की घोषणा 23 मई को कर दी गई थी।

पहले चरण में इन सीटों पर हुआ था मतदान
29 अप्रैल, 2019 को राजस्थान की 13 सीटों पर चुनाव आयोजित किया गया था। इनमें टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां लोकसभा सीट शामिल थी।

दूसरे चरण में इन लोकसभा सीटों पर चुनाव
दूसरे चरण का मतदान छह मई, 2019 को 12 लोकसभा सीटों पर किया गया था। इनमें गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा सीट शामिल है।

3 प्रतिशत फर्स्ट टाइम वोटर पर दोनों पार्टियों का फोकस
राजस्थान में पहली बार वोट डालने वाले वोटर्स की संख्या 15 लाख 70 हजार से ज्यादा है। इन 3 प्रतिशत फर्स्ट टाइम वोटर को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां पूरा जोर लगा रही है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक यह तीन प्रतिशत वोट जीत-हार में बड़ी भूमिका निभा सकता है। इसके साथ ही 18 से 39 साल के वोटर्स को लुभाने के लिए भी दोनों पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। वहीं पदेश में 100 साल से ज्यादा उम्र के 20 हजार 496 वोटर हैं।

आचार संहिता-आचार संहिता लगने के बाद केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार नई योजना, कार्यक्रम की घोषणा नहीं कर सकेंगी। ऐसा कोई काम नहीं कर सकेंगे जो आदर्श आचार संहिता के दायरे में आता हो। चुनाव के काम में लगे अफसर-कर्मचारियों के तबादले नहीं हो सकेंगे। सरकार के दूसरे विभागों में भी तबादले चुनाव आयोग की मंजूरी के बिना नहीं हो सकेंगे। आचार संहिता के पालन के लिए आयोग भारत-पाक बॉर्डर पर ड्रोन से चेकिंग करेगा, वहीं यूपीआई ट्रांजेक्शन को भी चेक करेगा।

बॉर्डर पर ड्रोन से होगी चेकिंग
चुनाव आयोग निर्देश दिए हैं कि हर बूथ पर पीने के लिए पानी, बिजली और दिव्यांगों के लिए रैंप की व्यवस्था होगी। हर बूथ पर हेल्प डेस्क भी बनाई जाएगी। इंटरनेशनलन बॉर्डर पर ड्रोन से चेकिंग होगी। वहीं, चुनाव के लिए वॉलियंटर और संविदा वाले कर्मचारी नियुक्त नहीं होंगे।

धनबल का उपयोग रोकने के लिए यूपीआई ट्रांजेक्शन भी ट्रैक होगा
आयोग चुनाव में धनबल का उपयोग रोकने के लिए विभिन्न ऐप से होने से वाले यूपीआई ट्रांजेक्शन को भी ट्रैक करेगा। आयोग ने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि संदेह पैदा करने वाले ट्रांजेक्शन के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी दी जाए।

 

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