मुख्यमंत्री-मा वाउचर योजना:गर्भवती महिलाएं अब प्राइवेट सेंटरों में भी सोनोग्राफी मुफ्त करा सकेंगी
मुख्यमंत्री-मा वाउचर योजना:गर्भवती महिलाएं अब प्राइवेट सेंटरों में भी सोनोग्राफी मुफ्त करा सकेंगी

जयपुर : गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी के लिए अब भटकना नहीं होगा। शिशु मृत्यु दर में भी कमी लाई जा सकेगी, इसके लिए सरकार मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य (मा-वाउचर) योजना लागू करने जा रही है। फिलहाल, पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसे बारां, भरतपुर और फलौदी में लागू किया गया है। अप्रैल से इसे इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। इसमें गर्भवती महिलाओं को क्यू-आर कोड आधारित ई-वाउचर मिलेगा।
उस वाउचर को देकर किसी भी निजी सेंटर में भी सोनोग्राफी कराई जा सकेगी। प्रदेश भर में 3 लाख गर्भवती महिलाओं को लाभ मिल सकेगा। एसीएस (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मेडिकल शिक्षा) शुभ्रा सिंह के अनुसार प्रदेश में जिन सरकारी अस्पतालों में सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है, उन क्षेत्रों में निजी सोनोग्राफी केन्द्रों पर दूसरी या तीसरी तिमाही में कम से कम एक जांच निशुल्क करवाने के लिए यह योजना लाई गई है। फिलहाल, पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन जिलों में इसे चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती को जांच के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। अप्रैल से इसे प्रदेश भर में लागू किया जाना प्रस्तावित है।
क्या है मा-वाउचर योजना
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने बारां, भरतपुर एवं फलौदी में गर्भवती की निजी केन्द्रों पर सोनोग्राफी के लिए मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य -वाउचर योजना लागू की है। अब तक तक बारां, फलौदी और भरतपुर में निजी सोनोग्राफी केन्द्रों पर सोनोग्राफी के लिए मा-वाउचर योजना के तहत 600 कूपन जारी किए जा चुके हैं।