सादुलपुर चने की फसल हुई खराब:बीमा कम्पनी पर गलत सर्वे करने का आरोप, 11बजे तक सीट पर नहीं मिले अधिकारी
सादुलपुर चने की फसल हुई खराब:बीमा कम्पनी पर गलत सर्वे करने का आरोप, 11बजे तक सीट पर नहीं मिले अधिकारी

सादुलपुर (चुरू) : सादुलपुर अधिकारियों का संवेदनशील होना कभी कभी अधिकारियों पर भी भारी पड़ सकता है। ऐसा ही एक मामला सादुलपुर में सामने आया। जहां दर्जनों किसान ज्ञापन देने तहसील कार्यालय पहुंचने पर अधिकारी मौके पर नहीं मिले, जिसके बाद ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को बुलाने की मांग की। करीब 15 मिनट तक वो भी नहीं पहुंचे। किसी अन्य कर्मचारी को भेजने की बात हुई तो वो भी नहीं पहुंचे। इस पर ग्रामीणों ने आक्रोश प्रकट करते हुए तहसीलदार के क्वाटर पर ही पहुंच गए और जमकर खरी खोटी सुनाई।
निकटवर्ती गांव बेरासर बुधु व बेरासर छोटा गांव के किसानों ने बीमा कम्पनी पर चने की फसल का गलत सर्वे करने का आरोप लगाते हुए तहसीलदार को सही सर्वे की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे। साढ़े 11 बजे तक जब तहसील कार्यलयों में अधिकारी कर्मचारी बैठे नहीं मिले तो किसान आक्रोशित हो गए। जब कोई ज्ञापन लेने नहीं आया तो लोग अधिकारी के क्वाटर पर ही पहुंच गए।
इस दौरान एडवोकेट गायत्री पुनिया ने तहसीलदार इरफान पठान से कहा साहब टाइम 10 बजे का है पर साढ़े 11 बजे तक उपस्थित नहीं है। ऊपर से गांवों से आने वाले भोले भाले किसानों से अधिकारी सीधे मुंह बात तक नहीं करते। किसानों को ऑफिसों में इंतजार करवाया जाता है। क्या किसान को ओर कोई काम नहीं है।
अधिकारियों को जनता के लिए चुना गया है उन्हें 10 बजे सीट पर होना चाहिए। इस पर तहसीलदार इमरान पठान ने कहा आज मीटिंग थी उसमें नायब जी थे। आज ही गलतफहमी हुई है बाकी समय पर सभी अधिकारी सीट पर बैठते हैं, जिसके बाद किसानों ने ज्ञापन सौंप कर खराब हुई फसल की सर्वे करवाने की मांग की। इस दौरान, रिछपाल पुनिया ,इंद्र सिंग सीहाग बलवीर,रोताश, राजू मान, महिपाल, विनोद पुनिया,मोतीराम महिया, ,रजनीश , सुमेर सिहाग ,महेंद्र ,रामचन्द्र, मोती लाल, उदय भान झाझड़िया आदि लोगो उपस्थित रहे।