यमुना जल समझौता : राजस्थान के हरियाणा से अपने हिस्से के पानी लाने के लिए अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालने की योजना की डीपीआर बनाने पर समझौते के महज दस दिन बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के बयान से मामला गरमा गया है। खट्टर ने विधानसभा के बजट सत्र में बुधवार को कहा कि मौजूदा वक्त में हरियाणा की क्षमता 24,000 क्यूसेक पानी की है। इस क्षमता को पूरा करके यदि बरसात के 15 से 20 दिनों में अतिरिक्त पानी प्रदेश में आता है, उसमें से ही राजस्थान को पानी दिया जाएगा। इसमें भी शर्त लगाई है कि अतिरिक्त पानी का एक चौथाई पहले हम लेंगे। हरियाणा के सीएमओ के एक्स हेंडल पर खट्टर के बयान का वीडियो भी पोस्ट किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar ने आज विधानसभा बजट सत्र में राजस्थान के साथ पानी के मुद्दे पर कहा कि पानी की उपलब्धता और पानी की मात्रा के लिए दो अलग-अलग वक्त पर समझौते हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पहले हरियाणा की क्षमता 13,000 क्यूसेक थी जो मौजूदा वक्त में 24,000 क्यूसेक है, इस क्षमता… pic.twitter.com/2F6UF4ojDE
— CMO Haryana (@cmohry) February 28, 2024
17 फरवरी को यह हुई थी सहमति
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से राजस्थान के चूरू, सीकर, झुंझुनूं सहित अन्य जिलों को पानी उपलब्ध कराने के लिए 17 फरवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बीच दोनों राज्यों में अंडरग्राउंड पाइपलाइन बिछाने के लिए समझौता हुआ था। दोनों राज्यों ने डीपीआर बनाने पर सहमति दी थी। इससे हरियाणा से 577 एमसीएम (1917 क्यूसेक) पानी अंडरग्राउंड पाइपलाइन के जरिए जुलाई से अक्टूबर के बीच राजस्थान को उपलब्ध कराना प्रस्तावित है।