चीपलाटा ग्राम विकास अधिकारी सुसाइड का मामला:सरपंच को पुलिस ने मुंबई से पकड़ा, बार-बार बदल रहा था लोकेशन
चीपलाटा ग्राम विकास अधिकारी सुसाइड का मामला:सरपंच को पुलिस ने मुंबई से पकड़ा, बार-बार बदल रहा था लोकेशन

नीमकाथाना : नीमकाथाना के चीपलाटा ग्राम विकास अधिकारी ललित कुमार की आत्महत्या के मामले में चीपलाटा सरपंच मनोज गुर्जर को आज थोई थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। आरोपी सरपंच को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया। एएसपी शालिनी राज ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के जिला स्तर और थोई थाना स्तर पर विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया। टीमों ने आरोपी सरपंच की गिरफ्तारी के कई प्रयास किए गए।
घटना के बाद से आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर राजस्थान राज्य और मुंबई (महाराष्ट्र) में विभिन्न स्थानों पर दबिश दी गई। सूचना पर चीपलाटा सरपंच मनोज गुर्जर को पुणे से 70 किलोमीटर दूर था। जहां से लगातार जगह बदल रहा था। पुलिस ने आरोपी सरपंच को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस सरपंच से पूछताछ कर रही है।
यह था मामला
आपको बता दें कि चीपलाटा ग्राम विकास अधिकारी ललित कुमार ने 9 पेज का सुसाइड नोट छोडकर आत्महत्या की। मामले में अभी तक पुलिस की हत्थे एक आरोपी चढ़ा है। बाकी सभी आरोपी सभी फरार हैं। परिवार के संतोष कुमार ने थोई थाने में मामला दर्ज कराया था कि ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत चीपलाटा में ललित कुमार की नई नौकरी थी। ललित कुमार से वहां के सरपंच और अन्य अधिकारी दबाव बना कर काम करवातें रहे। ग्राम पंचायत में तत्कालीन ग्राम सेवक नरेन्द्र प्रताप सिंह और सरपंच मनोज गुर्जर द्वारा गबन करने पर रिपोर्ट दर्ज कराने के कारण भी मनोज गुर्जर सरपंच और सरपंच कर पिता पूर्व सरपंच बीरबलराम गुर्जर और तत्कालीन ग्राम सेवक नरेन्द्र प्रताप सिंह भी काफी ज्यादा परेशान कर रहे थे। ललित ने अपनी परेशानी के बारे में उच्च अधिकारी BDO अजीतगढ़ को भी कई बार अवगत करवाया, लेकिन उलटा BDO ने भी ललित को ही धमकाया।