नियमित निरीक्षण के आदेश का विरोध:निजी स्कूल संचालकों ने जताया आक्रोश, कहा – इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा
नियमित निरीक्षण के आदेश का विरोध:निजी स्कूल संचालकों ने जताया आक्रोश, कहा - इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ : प्रारंभिक शिक्षा के निदेशक द्वारा निजी स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने के आदेश पर निजी स्कूल संचालकों ने विरोध किया है। सोमवार को स्कूल शिक्षा परिवार के जिलाध्यक्ष सुभाष बुगालिया के नेतृत्व में निजी स्कूल संचालकों ने कार्यवाहक एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर आदेश वापस लेने की मांग की है।
ज्ञापन में बताया कि इस आदेश की वजह से गैर सरकारी स्कूलों से टकराव की स्थिति बन गई है। सीएम पोर्टल पर शिक्षा विभागीय 100 दिवसीय कार्ययोजना के कुल 37 बिन्दुओं में यह शामिल नही है जबकि 100 दिवसीय कार्ययोजना के नाम पर इस लागू किया जा रहा है, जो गलत है। इस आदेश से भ्रष्टाचार बढेगा, इसलिए इसे निरस्त करना जरूरी है। इस मौके पर कैलाश सैनी, अंकित तंवर, महेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।
क्या है प्रारंभिक शिक्षा के निदेशक के आदेश में
प्रारंभिक शिक्षा के निदेशक के आदेश के अनुसार शिक्षा विभाग के अधिकारी अब सरकारी स्कूलों की तरह ही निजी स्कूलों का नियमित निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय से संबंधित समस्त दस्तावेज जांच दल को उपलब्ध करवाने, जांच के लिए आवश्यक सहयोग करना, जांच के समय संस्था प्रधान सहित समस्त कार्यरत कर्मियों मौजूद रहना होगा।