यमुना के पानी के लिए प्रदर्शन:किसानों ने फूंका केंद्रीय जलशक्ति मंत्री का पूतला, कहा – 1994 के फैसले से कम मंजूर नहीं
यमुना के पानी के लिए प्रदर्शन:किसानों ने फूंका केंद्रीय जलशक्ति मंत्री का पूतला, कहा - 1994 के फैसले से कम मंजूर नहीं

चिड़ावा : चिड़ावा – सिंघाना सड़क मार्ग पर बस स्टैंड लालचौक पर नहर मांग रहे किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले किसान राजपाल मेघवाल की अध्यक्षता में 51 वें दिन भी जारी रहा। धरनार्थी किसानों ने किसान सभा के तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह के नेतृत्व में यमुना नहर मुद्दे पर 1994 के अनुसार पानी नहीं देने और नए फैसले के विरोध में केन्द्रीय जल शक्ति मन्त्री गजेंद्र सिंह शेखावत का पूतला फूंक कर नारेबाजी की।
किसानों ने कहा कि हमारे हक पर कुठाराघात कर हमें ठगा गया है। यदि पूरे मनोयोग से हरियाणा सरकार से बात की जाती तो पानी पूरा मिल सकता था। इसमें हरियाणा सरकार ने कूटनीति कर हमें पूर्व में खर्च कर लिये पानी का हिसाब देना तो दूर, आगे भी अन्याय किया है।
शेखावाटी नहर संघर्ष आन्दोलन के प्रवक्ता लोक कलाकार विजेंद्र शास्त्री ने बताया कि ये शान्तिपूर्ण चल रहे आन्दोलन के साथ कुठाराघात कर किसान का हक छीनने के अलावा कुछ और नहीं है। किसान आन्दोलन को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि सरकार फिर अमल करेगी। ज्ञात रहे गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल का भी पूतला फूंक कर विरोध किया जाएगा।
धरने पर महेन्द्र योगी, विद्यादवी लाम्बा, कपिल, राजवीर, जगराम, शीशराम, सतपाल चाहर, बनवारीलाल, रणसिह, अनिल, जयसिंह, प्रभुराम, सन्दीप, महेश, धर्मपाल, भूराराम, दयानंद, महेन्द्र, सुन्दरी देवी आदि उपस्थित रहे।
खुडाना में भी धरना जारी
खुडाना में भी धरना 16वें दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बिहारी लाल शर्मा ने की। धरने पर पहुंचे किसान सभा जिला उपाध्यक्ष बजरंग लाल बराला, कामरेड जयप्रकाश पचेरी, कामरेड जयपाल बसेरा और कामरेड प्रेम सिंह नेहरा ने कहा कि जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने झुंझुनूं की जनता के साथ चुनावी जुमला फैसला देकर बहुत बड़ा धोखा दिया है। धरने पर सुरेश कुमार, रामसिंह, सुभाष चन्द्र, महिपाल सिंह, पृथ्वी सिंह, राजेंद्र सिंह, कर्ण सिंह सुरेश कटेवा आदि बैठे।