जोधपुर : जोधपुर जिले के पीपाड़ कस्बे के सीनियर सेकंडरी स्कूल में दस से ज्यादा मुस्लिम लड़कियों के हिजाब जैसा स्कार्फ पहनकर स्कूल पहुंचने पर शिक्षकों ने इस पर आपत्ति जताई। इस पर प्रिंसिपल ने छात्राओं के अभिभावकों को बुलाकर लाने के लिए उन्हें घर भेज दिया। बाद में स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है।
प्रिंसिपल रामकिशोर सांखला ने जानकारी देते हुए बताया कि बालिकाएं अन्य कपड़े से सिर व मुंह ढंककर स्कूल आई थीं, इस पर उन्हें मना किया गया। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित यूनीफॉर्म में ही स्कूल आने की अनुमति है। यदि सिर ढंककर ही आना है तो गणवेश की चुन्नी का इस्तेमाल किया जा सकता है। अभिभावकों से हुई बातचीत में भी यही निर्णय हुआ है। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों को प्रकरण से अवगत करा दिया गया है।
अभिभावकों का इस मामले पर कहना है कि बच्चे हिजाब नहीं पहनते बल्कि मुंह ढंकते हैं। दरअसल स्कूल में कई बालिकाएं यूनिफॉर्म के अतिरिक्त सिर व मुंह ढंकने के लिए हिजाब जैसे कपड़े का इस्तेमाल कर रही थीं, जिसे लेकर उन्हें टोका गया। अभिभावकों का कहना है कि मुंह ढंकना एक तरह से मास्क लगाना ही है। बच्चियां जो पहनकर आ रही हैं, वो हिजाब नहीं है। अभिभावकों ने एक अध्यापक द्वारा बच्चियों को चंबल के डाकू कहे जाने का आरोप भी लगाया। गणपति चौराहा स्थित इस सरकारी स्कूल में 500 से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, इनमें 90 फीसदी अल्पसंख्यक हैं।