5 राज्यों के 116 दूल्हों की एक साथ निकली बारात:हाथी-घोड़े, बैंड-बाजे और डीजे के साथ सैकड़ों बाराती हुए शामिल, देखने उमड़े लोग
5 राज्यों के 116 दूल्हों की एक साथ निकली बारात:हाथी-घोड़े, बैंड-बाजे और डीजे के साथ सैकड़ों बाराती हुए शामिल, देखने उमड़े लोग

सुजानगढ़ : चूरू जिले के सुजानगढ़ कस्बे में बसंत पंचमी के मौके पर जश्न का माहौल है। शहनाइयां बज रही हैं। ढोल-नगाड़े और बैंड बाजों का शोर है, क्योंकि कस्बे में 116 दूल्हे हाथी, घोड़े, ऊंट, बग्गी, झांकियां, बैंड-बाजे और डीजे के साथ शाही बारात लेकर निकले। ये सामूहिक विवाह का आयोजन है… जो सृजन चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से करवाया जा रहा है। इसके साक्षी बने हैं केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, सालासर धाम के पुजारी और बालाजी के दर्शनों के लिए आए श्रद्धालु।
इस शाही बारात को देखने के लिए पूरा सालासर कस्बा इकट्ठा हो गया। बारात में दूल्हों के परिजन नाचते गाते चले। सालासर बालाजी मंदिर प्रवेश द्वार के सामने पहुंचने पर बारात का पुजारी परिवार की ओर से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कस्बे के श्री बालाजी गोशाला कैंपस में 116 दूल्हों ने एकसाथ तोरण मारे।

केंद्रीय मंत्री बोले- बहुत ही प्रेरणादायक है ये आयोजन
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि, सृजन चेरिटेबल ट्रस्ट की यह पहल बहुत ही प्रेरणादायक है। इस पहल से समानता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा जैसे अलग-अलग कुंओं का पानी मिला दिया जाए तो वह एक हो जाता है। वैसे ही यहां सारे समाज के लोग एक मंच पर आ गए। उन्होंने ‘ए सगी थारी म्हारी करणी सोरी’ गीत गाकर नवविवाहित जोड़ों और परिजनों को परिवार में प्रेम बनाए रखने का संदेश दिया। उन्होंने जोड़ों को मोबाइल फोन के कम उपयोग करने की सलाह भी दी। आयोजन में आरएसएस के इंद्रेश कुमार भी नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे।

मंडप में एक साथ हुए फेरे
श्री बालाजी गोशाला कैंपस में ही इस कार्यक्रम के लिए 100 बाई 300 फीट का डोम बनाया गया है। इसमें 5 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इसके अलावा 200 बाई 700 फीट में खुला टेंट लगाया गया है। जहां काउंटर और खाने की व्यवस्था की गई है। सम्मेलन में 10 हजार से ज्यादा लोगों के बैठने और खाने की व्यवस्था की गई है। कुल 10 बीघा क्षेत्र में ये कार्यक्रम होगा। यहां 116 मंडप बनाए गए हैं।

दिनभर चलेगा वैवाहिक कार्यक्रम
सर्वसमाज सामूहिक विवाह सम्मेलन में 5 राज्यों के 116 जोड़े शादी के बंधन में बंध रहे हैं। इसमें 90 जोड़े राजस्थान, एक जोड़ा दिल्ली और 25 दूसरे राज्यों के हैं। आयोजन को लेकर टेंट और खाने समेत सभी तैयारियां ट्रस्ट की ओर से की गई हैं। आयोजक श्यामसुंदर अग्रवाल ने बताया कि आने वाले जोड़ों को अपने घर से सालासर तक आने जाने के किराए से लेकर उपहार में दिए गए सामान को ले जाने के किराए तक सारा खर्च ट्रस्ट उठाएगा।


ट्रस्ट की ओर से सामूहिक विवाह में शामिल जोड़ों को दो सोने की अंगूठी, दो चांदी के सिक्के, दुल्हन के कान झुमके, नाक का कांटा, पैर की बिछिया, पायल की जोड़ी, मेकअप का सामान, दुल्हन के कीमती कपड़े, दूल्हे की ब्रांडेड शेरवानी, पलंग, अलमारी, दो कुर्सियां, टेबल, मिक्सी, प्रेस, सिलाई मशीन, एलइडी टीवी, कूलर, पंखा सहित घरेलू बर्तन उपहार में दिए जाएंगे।