खेतड़ी : उपखंड के गोरीर गांव में शुक्रवार को 11 केवी लाइन के संपर्क में आने से एक युवक घायल हो गया। घायल युवक को अस्पताल ले जाते समय उसकी रास्ते में मौत हो गई। जिस पर ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
एएसआई बाबूलाल ने बताया कि आशीष उर्फ आशु (25) पुत्र चंद्र सिंह जाट अपने घर से खेत में जा रहा था। इस दौरान रास्ते में बिजली का तार टूट कर लटक रहा था जो आशीष के छूने से करंट लग गया और वह घायल होकर गिर पड़ा। तभी खेतड़ी मीटिंग के लिए आ रहे नांगलिया गुजरवास स्कूल में कार्यरत प्राचार्य सुरेंद्र मीणा और मेहाड़ा जाटूवास राजकीय विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापक करण सिंह ने अपनी गाड़ी से मेहाड़ा राजकीय अस्पताल पहुंचाया। जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे खेतड़ी लाया गया।
खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल में चिकित्सकों ने आशीष को मृत घोषित कर दिया। मृतक के पिता चंद्र सिंह ने बताया कि उसके घर से कुछ ही दूरी पर बिजली विभाग की ओर से 11 हजार केवी की लाइन पर डीपी ( मिनी ट्रांसफार्मर) लगाई हुई है। जिसमें बिजली का लोड अधिक आने से आए दिन तार टूट कर नीचे लटक जाता था। बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीण बिजली विभाग को कई बार अवगत करवा चुके हैं, लेकिन बिजली विभाग ने ग्रामीणों को आए दिन होने वाली परेशानी पर कोई ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने बताया कि बिजली का तार टूटने से आए दिन होने वाली परेशानी को लेकर ग्रामीण राज्य सरकार के टोल फ्री नंबर पर भी शिकायत कर समस्या का समाधान करने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के वजह से उनके बेटे की मौत हुई है।
जिस पर उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। मृतक आशीष इटानगर में वाहनों के पार्ट्स की दुकान कर रखी है जो 4 अक्टूबर को ही अपने घर आया था और वह आज जाने वाला था। आशीष का बड़ा भाई अंकित जयपुर में ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता है तथा पिता चंद्र सिंह मजदूरी करते हैं।
एएसआई बाबूलाल ने बताया कि मृतक आशीष के शव का खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है तथा पिता चंद्र सिंह की ओर से दी गई रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।