उत्तराखंड हिंसा में 5 की मौत, 100 से ज़्यादा घायल : पुलिस की भूमिका संदिग्ध
'ये अधिकारियों के उतावलेपन और चूक का नतीजा है। कोर्ट में 14 तारीख को सुनवाई होनी थी। लेकिन जल्दबाजी में और मौलानाओं को कॉन्फिडेंस में लिए बिना इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस केस की शुरुआत से जांच होनी चाहिए।'

हलद्वानी : उत्तराखंड के हलद्वानी में भारी तनाव फैल गया। अधिकारियों द्वारा गुरुवार को हलद्वानी में एक अवैध मदरसे को ढहाए जाने के बाद झड़पें हुईं। उपद्रवियों ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया और वाहनों में आग लगा दी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है और 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। कई पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की ख़बर है।
राज्य सूचना विभाग की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तनाव के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए। जिला प्रशासन ने बनभूलपुरा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि शुक्रवार को हलद्वानी में सभी स्कूल बंद रहेंगे।
राज्य के हल्द्वानी में गुरुवार को तनाव तब हुआ जब नगर निगम के अधिकारियों ने बनभूलपुरा पुलिस स्टेशन के पास कथित तौर पर अवैध रूप से अतिक्रमण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की। मलिक का बागीचा इलाके में मरियम मस्जिद और एक मदरसे पर विध्वंस अभियान चलाया गया। वे कथित तौर पर नजूल भूमि पर थे। इसकी प्रतिक्रिया में आसपास रहने वाले लोगों की भीड़ ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप कई अधिकारी घायल हो गए।
इस दौरान वहाँ ट्रांसफार्मर और चार-पाँच वाहनों में आग लगा दी गई। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बनभूलपुरा थाने को भीड़ ने घेर लिया जिसके चलते कई पत्रकार और प्रशासन के अधिकारी थाने में फंस गए। बढ़ते हालात को देखते हुए हल्द्वानी में अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक के बाद बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को केवल चिकित्सा आपात स्थिति में ही बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासन को उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देवभूमि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा।’
स्थिति के बारे में बात करते हुए धामी ने कहा, ‘हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में प्रशासन की एक टीम अदालत के आदेश के बाद अतिक्रमण विरोधी अभियान के लिए गई थी। वहां असामाजिक तत्वों ने पुलिस के साथ विवाद किया। कुछ पुलिस कर्मियों ने और प्रशासनिक अधिकारियों को चोटें आईं। पुलिस और केंद्रीय बलों की अतिरिक्त कंपनियां वहां भेजी जा रही हैं। हमने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। कर्फ्यू लगा हुआ है। आगजनी करने वाले दंगाइयों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’
हिंदुस्तान में अरबी मुसलमानो से तो मोहब्बत और हिंदुस्तानी मुस्लिमो से नफरत आखिर ये कब तक चलेगा और कब खतम होगा ।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बनभूलपुरा में स्थिति अब बेहतर हो गई है क्योंकि राज्य में अर्धसैनिक बल भेजे गए हैं। हालांकि, हलद्वानी में इंटरनेट शटडाउन लगा दिया गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार नैनीताल के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा है कि आरोपियों की पहचान वीडियो रिकॉर्डिंग सहित विभिन्न सबूतों के जरिए की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों से नुकसान की भरपाई की जाएगी। अधिक जानकारी इकट्ठा करने के लिए दंगाइयों की तस्वीर वाले पोस्टर प्रसारित किए जाएंगे।’
मौलाना तौकीर रजा साहब ने मीडिया में दिया बयान , ” बुलडोजर से घर तोड़ने को बर्दाश्त नही किया जाएगा , सुप्रीम कोर्ट अगर बुलडोजर मामले में संज्ञान नही लेगा तो हम अपनी हिफाज़त खुद करेंगे ” ,
मौलाना तौकीर रजा साहब ने मीडिया में दिया बयान ,
" बुलडोजर से घर तोड़ने को बर्दाश्त नही किया जाएगा , सुप्रीम कोर्ट अगर बुलडोजर मामले में संज्ञान नही लेगा तो हम अपनी हिफाज़त खुद करेंगे " , pic.twitter.com/yh2R8YC73w
— Nargis Bano (@NargisBano70) February 9, 2024
हल्द्वानी के कांग्रेस MLA ने कहा- ‘ये अधिकारियों के उतावलेपन और चूक का नतीजा है। कोर्ट में 14 तारीख को सुनवाई होनी थी। लेकिन जल्दबाजी में और मौलानाओं को कॉन्फिडेंस में लिए बिना इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस केस की शुरुआत से जांच होनी चाहिए।’
हल्द्वानी के कांग्रेस MLA ने कहा-
'ये अधिकारियों के उतावलेपन और चूक का नतीजा है। कोर्ट में 14 तारीख को सुनवाई होनी थी। लेकिन जल्दबाजी में और मौलानाओं को कॉन्फिडेंस में लिए बिना इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस केस की शुरुआत से जांच होनी चाहिए।'
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) February 9, 2024
उत्तराखंड के हलद्वानी में निहत्थी मुसलिम महिलाओं पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज ,,,, मोदी जी क्या यही है आपका नारी सम्मान, बेटी बचाओ ??
उत्तराखंड के हलद्वानी में निहत्थी मुसलिम महिलाओं पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज ,,,,
मोदी जी क्या यही है आपका नारी सम्मान, बेटी बचाओ ??#Uttarakhand #Haldwani #StopBulldozerculture pic.twitter.com/mjMHitQqT6
— Waris Pathan (@warispathan) February 8, 2024
पुलिस पर भी उठे सवाल : हल्द्वानी में पुलिस ने पत्थर बरसाए , उत्तराखंड की पुलिस को आप कैमरे में साफ देख सकते है कि आम नागरिकों पर पत्थर बरसा रही है , कोई अपना आशियाना और अपनी इबादतगाह को टूटने के बाद विरोध भी नही करेगा क्या ?
हल्द्वानी में पुलिस ने पत्थर बरसाए , उत्तराखंड की पुलिस को आप कैमरे में साफ देख सकते है कि आम नागरिकों पर पत्थर बरसा रही है ,
कोई अपना आशियाना और अपनी इबादतगाह को टूटने के बाद विरोध भी नही करेगा क्या ? pic.twitter.com/NQiz7cvzaA
— Nargis Bano (@NargisBano70) February 9, 2024
ये कौन लोग हैं? जो पुलिस वालों के साथ शामिल होकर मुसलमानो के ऊपर पत्थरबाजी कर रहे हैं। ये कोई जांच का विषय नहीं है सब मिले हुए हैं।
ये कौन लोग हैं? जो पुलिस वालों के साथ शामिल होकर मुसलमानो के ऊपर पत्थरबाजी कर रहे हैं। ये कोई जांच का विषय नहीं है सब मिले हुए हैं।#Haldwani #Uttarakhand pic.twitter.com/nAkSk53yIN
— Muhammad Zubair ᴾᵃʳᵒᵈʸ (@MhdZubair_) February 9, 2024
हल्द्वानी के भंपुलपुरा में मदरसे को अवैध बताते हुए नगर निगम ने चलाया बुलडोज़र, स्थानियों द्वारा बुलडोज़र का विरोध करने पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज,महिलाओं पर भी लाठीचार्ज किया गया जिसमें पुलिस व स्थानीय घायल हुए, अब भंपुलपुरा में आगजनी की खबरें आ रही है जिसके बाद वहां कर्फ़्यू लगा…
हल्द्वानी के भंपुलपुरा में मदरसे को अवैध बताते हुए नगर निगम ने चलाया बुलडोज़र, स्थानियों द्वारा बुलडोज़र का विरोध करने पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज,महिलाओं पर भी लाठीचार्ज किया गया जिसमें पुलिस व स्थानीय घायल हुए, अब भंपुलपुरा में आगजनी की खबरें आ रही है जिसके बाद वहां कर्फ़्यू लगा… pic.twitter.com/BtFE6252N8
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) February 8, 2024