झुंझुनूं : खून की उल्टी होती है और उसकी मौत हो जाती है। उसे पहले वह दिनभर डयूटी करती है। बुधवार सुबह 9 से बजे तक ओपीड़ी में मरीजों को देखती है। लेकिन घर पहुंचने के बाद रात को अचानक खून की उल्टी शुरू हो जाती है। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर मृत घोषित कर देते है। मरने वाली झुंझुनूं के राजकीय बीडीके अस्पताल की रेजीडेंट डॉ. साक्षी थी।
महिला डॉक्टर साक्षी की देर रात अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। खून की उल्टियां होने लगी। पति डॉ नीतिन यादव बीडीके अस्पताल लेकर पहुंचते है, लेकिन चिकित्सक उन्हें मृत घोषित कर देते हैं। साक्षी की मौत हो लेकर दिनभर चर्चा रही। लेकिन मौत के स्पष्ट कारणों का अभी तक नहींं पता चल पाया है।
डॉक्टर की मौत पर सवाल खड़े हुए
मृतक डॉ साक्षी हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले के बलोरा की रहने वाली थी। 16 नवंबर 2022 को झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में ज्वाइन किया था। गायनी की रेजीडेंट डॉक्टर थी। झुंझुनूं में एक नंबर रोड़ पर किराए के फ्लैट में रहती थी। पति डॉ नीतिन यादव भी साथ ही रहता था।
साक्षी ने दो साल पहले डॉ. नितिन यादव से प्रेम विवाह किया था। लेकिन अचानक मौत होने के बाद कई सवाल खड़े हो गए।
एफएसएल रिपोर्ट के आने के बाद होगा खुलासा
मामले की जांच कर रही झुंझुनूं एसडीएम कविता गोदारा ने बताया कि मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा विसरा एफएसएल को भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
कोतवाली थानाधिकारी राम मनोहर ने बताया कि बलोरा, बहादुरगढ़ (झज्जर) निवासी डॉ. नितिन यादव ने रिपोर्ट दी कि उसकी पत्नी डॉ. साक्षी की रात करीब एक बजे अचानक तबीयत बिगड़ने लगी और खून की उल्टियां होने लगी।
इस पर वह उसे लेकर बीडीके अस्पताल पहुंचा। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। साक्षी के फ्लैट और टॉवर की लिफ्ट में जगह-जगह खून बिखरा हुआ मिला है।
बीडीके अस्पताल की सीनियर गायनिक डॉक्टर पुष्पा रावत ने बताया कि साक्षी की तीन चार दिन से नॉर्मल खांसी जुकाम था। कुछ दिन पहले जांच भी करवाई थी, जांच सही थी। बीमारी ज्यादा गंभीर नहीं थी। दिन में बीडीके अस्पताल में ड्यूटी की थी। बिल्कुल स्वस्थ थी।