गणतंत्र की देन है आत्म निर्भर और गौरव बोध संपन्न भारत : कुलपति प्रो. राय
गणतंत्र की देन है आत्म निर्भर और गौरव बोध संपन्न भारत : कुलपति प्रो. राय

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : आज़ाद अहमद खान
सीकर : पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर में शुक्रवार को गणतंत्र दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ अनिल कुमार राय द्वारा कुलपति आवास और प्रशासनिक भवन पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर राय ने डा. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर पर माल्यार्पण भी किया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ अनिल कुमार राय ने कहा कि आज के दिन अंग्रेजों के बनाए एक्ट 1935 को हटाकर भारत के संविधान को लागू किया गया था। हमारे देश का संविधान पूरी दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है। आज जिस तिरंगे को हम शान से फहरा रहे हैं इसको फहराने के लिए अनगिनत लोगो ने बहुत कुर्बानिया दी है। आज पुरी दुनिया में जहां जहां भी भारतीय है इस गणतंत्र दिवस को मनाया जा रहा है। बाबा साहेब आंबेडकर और अन्य कई बुद्धिजीवियों ने पूरी दुनिया के संविधान का अध्ययन कर भारत का संविधान बनाया है। भारत युवाओं का देश है, 2047 तक हमें विकसित भारत बनाना है। हम मन से विकसित हो गए, आर्थिक रूप से विकसित होने में कुछ साल लग सकते हैं। भारत सदियों से अपनी जगह पर मजबूती से खड़ा हुआ है। भारत हमेशा से विश्व गुरु रहा है, हजारों साल पहले लोग हमारे यहां पढ़ने आते थे, विश्व के सबसे पुराने विश्वविद्यालय हमारे यहां थे। जब भी दुनिया में कोई मुसीबत आती है भारत ने अपने आपको साबित किया है, कोरोना काल इसका उदाहरण है। आज हर क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर हो गया है, हमें हर सुबह इस गर्व बोध के साथ उठने की जरूरत है। राष्ट्र को हमसे जो अपेक्षाएं है हम सब उसको पूरा करें और अपने जो दायित्व हैं उनको निभाएं।
पत्रकारिता विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर रहीम खान ने बताया कि विश्वविद्यालय की छात्रा अनुराधा द्वारा अंग्रेजी में भाषण और छात्र पवन द्वारा देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी गई। विश्वविद्यालय में उत्कृष्ठ कार्य के लिए चिन्हित कार्मिकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ रविंद्र कुमार कटेवा, वित्त नियंत्रक महेश चंद शर्मा, परीक्षा नियंत्रक अरिंदम वासु, सहायक कुलसचिव डॉ संजीव कुमार, विश्वविद्यालय में संचालित सभी पाठ्यक्रमों के शिक्षकगण, सभी कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ नीलम ने किया।