कैमल हैंडलिंग कोर्स में महिला जवानों का बेहतरीन प्रदर्शन: गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में राजपथ पर होने वाली परेड महिला शक्ति को समर्पित होगी
गणतंत्र दिवस परेड में ऊंटों पर सवार होंगी महिला जवान:पहली बार होगा ऐसा, 2 महीने केमल हैंडलिंग की ली ट्रेनिंग, 'चेतक' कर सकता नेतृत्व

जोधपुर : गणतंत्र दिवस की परेड के लिए बीएसएफ राजस्थान फ्रंटियर से 100 ऊंटों की टुकड़ी दिल्ली पहुंच चुकी हैं। परेड में 52 ऊंट हिस्सा लेंगे और 36 ऊंट बैंड में शामिल होंगे। बीएसएफ के 21 ऊंटों पर महिला जवान रहेगी।
ऐसा पहली बार हो रहा है, जब बीएसएफ के ऊंटे दस्ते में आधे ऊंटों पर महिला जवान सवार होंगी। इसके लिए महिला जवानों ने 2 महीने तक ऊंटों पर ट्रेनिंग ली। अब ये दिल्ली पहुंची हैं।
परेड में बीएसएफ के ऊंट गोरबंद, लूम सहित 70 तरह के आभूषणों से सजे-धजे नजर आएंगे। ऊंट पर सवार होने वाली बीएसएफ जवान भी पारंपरिक पौशाक में होंगे। ऊंटों के पैरों में छड़े होंगे। जब वे कर्त्तव्य पथ पर चलेंगे, तब छम-छम की मधुर ध्वनि निकलेगी। नई दिल्ली में होने वाली परेड में पहली बार 1976 में बीएसएफ के ऊंट दस्ते को शामिल किया गया था।
ऊंट महिला दस्ते का नेतृत्व करेंगी पंजाब की श्वेता
महिला शक्ति को समर्पित नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस की परेड में बीएसएफ के बेड़े में 8 राज्यों की महिला जवान होंगी। परेड का नेतृत्व जोधपुर के डिप्टी कमाण्डेंट मनोहर सिंह खींची कर रहे हैं। ऊंट महिला दस्ते का नेतृत्व पंजाब की श्वेता कर रहीं हैं।
परेड में 54 ऊंट होंगे, इसमें से 21 ऊंटों पर महिला जवान होंगी। बीएसएफ का ऊंट दस्ता सैनिक व अर्द्ध सैनिक बलों की मुख्य परेड के अंतिम हिस्से में होगा। इसके बाद एनसीसी विंग की परेड शुरू हो जाएगी। इसके अलावा 36 ऊंट माउंटेड बैंड का हिस्सा होंगे, जो परम्परागत स्वर लहरियां बिखेरते कर्त्तव्य पथ पर बढ़ेंगे।
कोई भी काम कर सकती है महिला : बंगाल की संध्या ने बताया कि जो कार्य पुरुष कर सकते है, वे महिलाएं भी कर सकती है। आज कोई क्षेत्र नहीं है जहां महिलाओं की उपस्थिति नहीं है।
सिजेरियन प्रसव के बाद भी डटी है
सविता ने बताया कि हाल ही में दो महिला जवान का सिजेरियन प्रसव भी हुआ है। बावजूद इनके हौंसले बुलंद है। उन्होंने बेहतर तरीके से ऊंट पर प्रशिक्षण प्राप्त कर ऊंट सवारी और युद्ध के समय ऊंट के इस्तेमाल पर पकड़ हासिल की है।
गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली के कर्त्तव्य पथ (राजपथ) पर होने वाली परेड महिला शक्ति को समर्पित होगी। आर्मी, एयरफोर्स, नेवी, बीएसएफ सहित अर्द्ध सैनिक बलों की महिला जवान परेड में मुख्य भूमिका में रहेगी। बीएसएफ के ऊंटे दस्ते में पहली बार लगभग आधे ऊंटों पर महिला जवान होंगी। बीएसएफ के 54 ऊंट परेड में हिस्सा लेंगे। इसका नेतृत्व जोधपुर के डिप्टी कमाण्डेंट मनोहर सिंह खीची करेंगे। ऊंट महिला दस्ते का नेतृत्व पंजाब की श्वेता करेंगी। ऊंटों पर 21 महिला जवान हिस्सा लेंगी। बीएसएफ का ऊंट दस्ता सैनिक व अर्द्ध सैनिक बलों की मुख्य परेड के अंतिम हिस्से में होगा। इसके अलावा 36 ऊंट माउंटेड बैंड का हिस्सा होंगे जो परम्परागत स्वर लहरियां बिखेरते कर्त्तव्य पथ पर बढेंगे। कुल 100 ऊंट दिल्ली पहुंचे हैं, जिसमें से 60 ऊंट जोधपुर और 40 ऊंट बीकानेर से गए हैं। बुधवार को कर्त्तव्य पथ पर आधिकारिक परेड का आयोजन किया गया था।
8 राज्यों से आई है महिला जवान : ऊंट दस्ते में राजस्थान, पंजाब, गुजरात, बंगाल, महाराष्ट्र, केरल, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की बीएसएफ महिला जवान शामिल हो रही हैं।
चेतक कर सकता है नेतृत्व : अब तक बीएसएफ के ऊंट दस्ते का नेतृत्व ऊंची कद काठी का सम्राट नाम का ऊंट करता रहा है। कुछ समय से उसकी तबीयत भी सुस्त है, इसलिए बुधवार को रिहर्सल में चेतक ऊंट ने दस्ते का नेतृत्व किया था।
40 ऊंट बीकानेर से
परेड में हिस्सा लेने वाले 100 ऊंटों में से 40 ऊंट बीकानेर से गए हैं। जोधपुर से 60 ऊंट हिस्सा ले रहे हैं। कर्त्तव्य पथ पर बुधवार को आधिकारिक परेड का आयोजन किया गया था। इस ऊंट दस्ते में राजस्थान, पंजाब, गुजरात, बंगाल, महाराष्ट्र, केरल, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की बीएसएफ महिला जवान शामिल हो रही हैं। इन महिलाओं को 2 महीने का केमल हैंडलिंग कोर्स (ऊंट पर प्रशिक्षण) जोधपुर में कराया गया है।
‘सम्राट’ की तबियत सुस्त
अब तक बीएसएफ के ऊंट दस्ते का नेतृत्व ऊंची कद काठी का ‘सम्राट’ नाम का ऊंट करता रहा है। अब उसकी उम्र हो गई और पिछले कुछ समय से तबीयत भी सुस्त है। रिहर्सल में बुधवार को ‘चेतक’ ऊंट ने दस्ते का नेतृत्व किया था। अगर सम्राट की तबियत ठीक हो जाती है तो वह फिर अग्र ऊंट बनेगा।
केरल की महिलाओं ने पहली बार देखा ऊंट
बीएसएफ महिला जवान अक्षिता सीके., अनिश्या एम. और किरथाना पी. पहली बार जोधपुर आई और यहां बीएसएफ केंद्र में पहली बार ही ऊंट को देखा। बावजूद इसके ये महिलाएं ऊंट पर प्रशिक्षण में सबसे आगे रही है।