चिड़ावा : लांबा गोठड़ा निवासी आर्मी के जवान प्रदीप लांबा पुत्र शेरसिंह लांबा का दोपहर बाद उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। प्रदीप का ड्यूटी के दौरान निधन हो गया था। जवान प्रदीप लांबा 31 जनवरी 24 को सेवानिवृत होने वाले थे। 11 जनवरी को जबलपुर में ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत खराब हो गई। उन्हें 13 जनवरी को आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उनका निधन हो गया।
शहीद प्रदीप की पार्थिव देह सेना के वाहन में नूनिया गोठड़ा लाई गई। इस दौरान सेना में सूबेदार सनातन दास, हवलदार नीरजकुमार और सूबेदार चौहान सीएस भी पहुंचे। यहां तिरंगा यात्रा निकाली गई। जब शहीद की पार्थिव देह घर पर पहुंची तो कोहराम मच गया। शहीद की पत्नी सरिता, माता चंद्रावली और पिता शेरसिंह सहित परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। वहीं मौजूद अन्य सभी की आंखे भी नम हो गई।
इसके बाद यहां से पार्थिव देह को श्मशान घाट ले जाया गया। जहां पर पिता शेरसिंह लांबा, भाई संजय लाम्बा, बेटे राजपाल, राजेश, प्रधान इंद्रा डूडी, चेयरमैन सुमित्रा सैनी, ताऊ बसेसर लाम्बा, ताराचंद, बीसीएमओ डॉक्टर अनिल लांबा, भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया, उप प्रधान विपिन नूनिया, सहीराम डूडी, गजेंद्र लाम्बा आदि ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
सेना ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
इस मौके पर सेना की 17 राजरीफ (सवाईमान) के सूबेदार विमल कुमार, परमिंदर सिंह, रामकुमार, शिवकुमार, सतपाल सिंह, अजय सिंह, मनोज सिंह, रूपेंद्र सिंह, सुखवेंद्र सिंह आदि ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर और हवाई फायर कर श्रद्धांजलि दी।
2002 में सेना में हुए थे भर्ती
प्रदीप 10 जनवरी 2002 में जबलपुर में आर्मी के सिग्नल कोर में भर्ती हुए थे। जिनके दो लडक़े हैं, जो कि अविवाहित हैं। प्रदीप का छोटा भाई संजय लांबा आर्मी से सेवानिवृत हो चुका है।