परमहंस बावलिया बाबा की दिव्य संदेश यात्रा:श्रद्धालुओं ने रथ में सवार बाबा के स्वरूप का किया पूजन, बड़ो और सेल के प्रसाद का किया वितरण
परमहंस बावलिया बाबा की दिव्य संदेश यात्रा:श्रद्धालुओं ने रथ में सवार बाबा के स्वरूप का किया पूजन, बड़ो और सेल के प्रसाद का किया वितरण

चिड़ावा : बिड़ला के वरदाता परमहंस पंडित गणेश नारायण बावलिया बाबा के निर्वाण दिवस से पहले संदेश यात्रा शुक्रवार को सनातन आश्रम पोद्दार पार्क स्थित परमहंस पीठ से गाजे-बाजे के साथ रवाना हुई। इससे पूर्व बाबा के कृपा शिष्य प्रभु शरण तिवाड़ी के सानिध्य में यात्रा आयोजन समिति के सदस्यों ने सपत्निक रथ में सवार बाबा के दिव्य स्वरूप का पूजन किया व महा आरती हुई।
आरती के पश्चात बाबा के भक्तों को उनके प्रिय दाल के बड़ो व सेळ का प्रसाद वितरित किया गया। इसके बाद यात्रा अडूका के लिए रवाना हुई। यात्रा आठ दिनों तक झुंझुनूं और नीम का थाना जिले में घूम कर बाबा का जीवन वृतांत व बाबा के चमत्कारों से लोगों को अवगत कराएगी। यात्रा स्थलों पर बाबा के साहित्य व चित्रों का वितरण, बाबा का मंगल पाठ व प्रसाद वितरण के कार्यक्रम होंगे।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में पालिका उपाध्यक्ष अभय सिंह बड़सरा, शिक्षाविद धर्मपाल सिंह मिठारवाल, समाजसेवी सुरेन्द्र सैनी, मुकेश जलिन्द्रा, पीसीपी निदेशक विक्रम जांगिड़, विजेन्द्र जांगिड़, शिवलाल सैनी, कैप्टन शंकरलाल महरानियां, रामकिशन केडिया, गिरधर गोपाल महमिया, तेजप्रकाश सोनी, अशोक हलवाई, संजय दाधीच, रजनीकांत मिश्रा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला-पुरुषों ने हिस्सा लिया। बारहवीं दिव्य संदेश यात्रा 5 जनवरी को सनातन आश्रम परमहंस पीठ से रवाना होकर अडूका, बामनवास, हीरवा, कलगांव होकर पिचानवा पहुंचेगी जहां पर रात्रि विश्राम होगा।

ये रहेगा यात्रा कार्यक्रम
6 जनवरी को यात्रा पिचानवा से किढवाना, बडसरी का बास, बांझडोली होते हुए बड़बर पहुंचेगी । 7 जनवरी को बड़बर से बुहाना पचेरी होते हुए शिमला पहुंचेगी। 8 जनवरी को यात्रा शिमला से गोरीर होते हुए कॉपर, खेतड़ी पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम होगा।
9 जनवरी को यात्रा खेतड़ी से जसरापुर नंगली सलेदीसिंह, चनाना होते हुए इंडाली पहुंचेगी। 10 जनवरी को यात्रा खाजपुर , झुंझुनू के बाद सलामपुर पहुंचेगी। 11 जनवरी को माखर, बगड़ व मंड्रेला पहुंचेगी। 12जनवरी को बुडानिया, आलमपुरा बदनगढ़, इस्माइलपुर होते हुए वापस चिड़ावा पहुंचेगी। जहां बाबा की आरती के साथ यात्रा का समापन होगा।