IPD टावर, कार्डियो विंग प्रोजेक्ट निर्माण में नियमों का उल्लंघन:SMS अस्पताल के उपाधीक्षक का हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र, सरकार रिव्यू कर बंद करे
IPD टावर, कार्डियो विंग प्रोजेक्ट निर्माण में नियमों का उल्लंघन:SMS अस्पताल के उपाधीक्षक का हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र, सरकार रिव्यू कर बंद करे

जयपुर : राजधानी में बेहतर मेडिकल सेवाओं के लिए पिछली सरकार के अरबों रुपए के प्रोजेक्टों को लेकर अब विवाद पैदा हो गया है। एसएमएस अस्पताल के ही एक उपाधीक्षक ने आईपीडी टावर, कार्डियो विंग के निर्माण में नियमों के उल्लंघन का हवाला देकर हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र लिखा है। उपाधीक्षक डॉ. बीपी मीना ने पत्र लिखकर इन दोनों प्रोजेक्ट के निर्माण में बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर रिव्यू करने और निर्माण पर रोक लगाने की मांग की है।
गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार ने दो साल पहले एसएमएस अस्पताल परिसर में ही इन दोनों प्रोजेक्ट की नींव रखी थी। तब इन प्रोजेक्ट्स को अक्टूबर 2022 तक पूरा करना था, लेकिन जेडीए इंजीनियरिंग की लापरवाही से लेटलतीफी की भेंट चढ़ गए। 24 मंजिला आईपीडी टावर में ओपीडी से लेकर हैलीपेड तक बनाया जा रहा है, लेकिन उपाधीक्षक डॉ. बीपी मीना का दावा है कि इन सरकार प्रोजेक्ट्स का रिव्यू कर रोक लगाए, क्योंकि इनके निर्माण में मेडिकल नियमों की अनदेखी की गई है।
पत्र में बताया- जितनी ऊंचाई, वह फिजिबल नहीं
अस्पताल के लिमिटेड स्पेस में जितनी ऊंचाई का आईपीडी टावर बनाया, जो बिल्कुल फिजिबल नहीं है। अस्पताल में पहले से ही वेटिंग एरिया, पार्किंग, ग्रीन एरिया नहीं है और इस प्रोजेक्ट में भी इनका प्रावधान नहीं रखा गया।
1. आईपीडी टावर लेफ्ट साइड वाली रोड, जो टोंक रोड और जेएलएन को कनेक्ट करती है। रोड की चौड़ाई कम होने से वहां जाम लगा रहता है। आईपीडी टावर शुरू होने के बाद यहां हालात और खराब होंगे।
2. सवाईमानसिंह अस्पताल में डॉक्टर, नर्सिंग और अन्य स्टाफ के लिए पार्किंग स्पेस नहीं है। इमरजेंसी के पास बन रहे कार्डियो विंग और आईपीडी टावर में भी पार्किंग स्पेस नहीं रखा। इससे भविष्य के लिए बनाए जा रहे ये प्रोजेक्ट बिल्कुल उपयुक्त नहीं होंगे।
3. भारी भरकम बजट से बन रहे ये दोनों प्रोजेक्ट किसी भी तरह से फिजिबल नहीं है। इसके लिए पर्यावरण, इन्फ्रा, प्लानिंग के एक्सपर्ट्स की कमेटी बनाकर इनका रिव्यू किया जाए।
6 महीने पहले भी पत्र लिखा था, तब कहा था ड्रोन सर्वे करवाएंगे
एसएमएस अस्पताल के उपाधीक्षक व नोडल ऑफिसर डॉ. बीपी मीना ने कहा- इस प्रोजेक्ट पर रोक लगाने को लेकर मैंने छह महीने पहले भी पत्र लिखा था। तब विभाग के अधिकारियों ने कहा था कि हम ड्रोन सर्वे करवाएंगे। अब सरकार बदल गई है तो इन प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग से लेकर निर्माण में किस तरह अनदेखी की गई, यह बताया जरूरी है। मैंने यह बात डॉक्टर होने के साथ-साथ पर्यावरण सरंक्षण होने के नाते थी लिखी है।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजीव बगरहट्टा ने कहा- प्रोजेक्टस को लेकर क्या पत्र लिखा है, यह मेरी जानकारी में नहीं है। अभी जयपुर से बाहर हूं, वहां आकर जानकारी लेता हूं क्या मामला है।