डीजीपी मिश्रा ने चुनी सम्मानजनक विदाई, वीआरएस लिया, साहू कार्यवाहक
डीजीपी मिश्रा ने चुनी सम्मानजनक विदाई, वीआरएस लिया, साहू कार्यवाहक

जयपुर : कांग्रेस सरकार के संकट मोचक की छवि, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे राजेश निर्वाण डीजी बन सकते हैं
डीजीपी उमेश मिश्रा ने शुक्रवार को वीआरएस ले लिया। मिश्रा का वीआरएस मंजूर करने के साथ ही सरकार ने शुक्रवार देर शाम डीजी (होमगार्ड) यूआर साहू को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया। कार्मिक विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। मिश्रा का कार्यकाल अक्टूबर 2024 तक था। सरकार बदलने के साथ ही, डीजीपी पद से हटाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे।
ऐसे में उमेश मिश्रा ने खुद ही वीआरएस मांग लिया। मिश्रा कांग्रेस सरकार में लंबे समय तक इंटेलीजेंस की कमान संभाले थे। इसी दौरान सरकार पर आए संवैधानिक संकट के दाैरान मिश्रा संकट मोचक साबित हुए थे। इसी के चलते कांग्रेस सरकार ने सीनियारिटी लांघकर 1989 बैच के आईपीएस अफसर मिश्रा काे डीजीपी बनाया था।
दूसरी ओर, कार्यवाहक डीजीपी यूआर साहू वर्ष 1988 बैच के आईपीएस हैं। फिलहाल, डीजी होमगार्ड हैं। साहू मूलत: ओडिशा के हैं। साहू धौलपुर, बाड़मेर, जयपुर, हनुमानगढ़, सीकर, बांसवाड़ा, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, जोधपुर सिटी के एसपी रह चुके हैं। इसके अलावा कोटा के रेंज आईजी रहे थे। पिछली भाजपा सरकार में साहू एडीजी (इंटेलीजेंस) और सीएम सिक्योरिटी के इंचार्ज रहे थे। साहू राष्ट्रपति पुलिस पदक व पुलिस पदक से सम्मानित हाे चुके हैं।कार्यवाहक डीजीपी बनाने के साथ ही डीजीपी काेटे में एक पद खाली है। एेसे में एडीजी राजेश निर्वाण काे डीजी बनाया जा सकता है।
एडीजी वीके सिंह 31 को लेंगे एटीएस-एसओजी का चार्ज
एटीएस-एसओजी के एडीजी अमृत कलश 31 दिसंबर को रिटायर होंगे। शुक्रवार को एडीजी अमृत कलश का आखिरी वर्किंग डे था। ऐसे में पीएचक्यू ने 31 से एडीजी (टेलीकम्यूनिकेशन) वीके सिंह को चार्ज देने के आदेश जारी किए हैं। गौरतलब है कि हाल ही में बनाई गई एसआईटी का इंचार्ज भी एडीजी वीके सिंह को बनाया है। एसआईटी गठित होने के बाद गुरुवार को पहली कार्रवाई करते हुए भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट के रुप में बैठने वाले 6 आरोपियों को पकड़ा था।
31 को रिटायर होंगी उषा शर्मा, सीएस की दौड़ में शुभ्रा, वी.श्रीनिवास, रोहित, रजत और संजय
मुख्य सचिव उषा शर्मा का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो जाएगा। ऐसे में नए सीएस की तलाश तेज हो गई है। फिलहाल, प्रदेश में शुभ्रा सिंह का नाम सबसे आगे है। दिल्ली में तैनात अधिकारियों में से नाम तय हुए तो उनमें वी. श्रीनिवास सबसे आगे बताए जा रहे हैं। दूसरी ओर, दिल्ली से ही संजय मल्होत्रा को भी भेजा जा सकता है।
हालांकि संजय कैबिनेट सैक्रेटरी की कतार में हैं। सूत्रों के अनुसार, मल्होत्रा को उच्च स्तर से आश्वस्त किया गया है कि जब भी अगला कैबिनेट सेक्रेटरी तय होगा, तब दिल्ली बुला लिया जाएगा। हालांकि दिल्ली से बुलाए जाने वालों में रोहित सिंह, सुधांश पंत एवं रजत मिश्र के नाम भी सामने आ रहे हें। दूसरी ओर, राजस्थान में तैनात अफसरों में शुभ्रा सिंह के अलावा राजेश्वर सिंह एवं अभय कुमार के नाम भी उपयुक्त बताए जा रहे हैं।