जयपुर : अजमेर उत्तर से भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी 16वीं विधानसभा के स्पीकर निर्विरोध चुने जाएंगे। विधानसभा सत्र के पहले दिन बुधवार को उन्होंने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया। देवनानी के सामने किसी ने नामांकन नहीं भरा। स्पीकर का चुनाव गुरुवार को होगा।
देवनानी ने पांच नामांकन भरे, जिन्हें विपक्ष के वरिष्ठ विधायकों ने समर्थन दिया है। विपक्ष के विधायक देवनानी के प्रस्तावक और समर्थक बने हैं। देवनानी के पहले नामांकन में सीएम भजनलाल प्रस्तावक बने हैं, जिसका सचिन पायलट ने अनुमोदन किया। दूसरे नामांकन पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रस्ताव को गोविंद सिंह डोटासरा ने अनुमोदन किया।
तीसरे नामांकन पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रस्ताव का विधायक राजकुमार रोत ने अनुमोदन किया। चौथे नामांकन पत्र में डिप्टी सीएम दीया कुमारी के प्रस्ताव का निर्दलीय विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने अनुमोदन किया। पांचवें नामांकन में आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल के प्रस्ताव का आरएलडी विधायक डॉ. सुभाष गर्ग ने अनुमोदन किया।
इधर, 16वीं विधानसभा के पहले सत्र में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने अचानक सत्र बुलाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह भजन मंडली नहीं है। वहीं संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन पर विरोध जताने के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित सभी कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शपथ लेने वाली डायस से ही सांसदों के निलंबन का विरोध किया। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पार्टी देश में प्रजातंत्र की हत्या का विरोध करते हैं। इस पर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने खड़े होकर कहा कि इसकी अनुमति नहीं है। इसके बाद इसे सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया।
करीब 3 घंटे सत्र चलने के बाद विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। आज सीएम सहित 191 विधायकों ने शपथ ली। 8 विधायकों की शपथ बाकी है, जिनमें 5 बीजेपी और 3 कांग्रेस विधायक हैं।
बीजेपी के 5 विधायक, जिनकी शपथ बाकी: तिजारा से विधायक महंत बालकनाथ, नदबई से विधायक जगत सिंह, बांदीकुई से विधायक भागचंद टाकड़ा, निंबाहेड़ा से विधायक श्रीचंद कृपलानी, वैर से बहादुर सिंह कोली।
इन 3 कांग्रेस विधायकों की शपथ बाकी : बागीदौरा से विधायक महेंद्रजीत मालवीय, दांतारमगढ़ के विधायक वीरेंद्र सिंह और रायसिंह नगर विधायक सोहनलाल नायक।
किरोड़ी ने कैमरामैन से कहा- मैडम के साथ फोटो लीजिए
विधानसभा में जब वसुंधरा राजे जब शपथ ले रहीं थीं, उस वक्त आसन पर प्रोटेम स्पीकर की जगह किरोड़ीलाल मीणा थे। शपथ लेने के बाद विधायक आसन पर मौजूद प्रोटेम स्पीकर का अभिवादन करते हैं। वसुंधरा राजे की शपथ के बाद वासुदेव देवनानी का नाम पुकारा गया। इसके बाद वसुंधरा राजे स्पीकर के आसन की तरफ आ रही थीं तो किरोड़ी लाल मीणा ने सदन में मौजूद फोटोग्राफर को इशारा करते हुए कहा- मैडम के साथ फोटो लीजिए।
राजस्थानी में शपथ लेने की अनुमति नहीं मिली
कई विधायकों ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने की कोशिश की, लेकिन नियमों का हवाला देकर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने इसकी अनुमति नहीं दी। कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी को राजस्थानी में शपथ लेने पर सराफ ने टोका तो भाटी ने कहा कि नोटिस में डाला था, मेल किया था। विपक्षी विधायकाें ने टोका तो उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा अपना गर्व है, आप ऐसे ही किसी को नहीं टोक सकते हो। इस पर सराफ ने नियमों का हवाला दिया, तब भाटी ने हिंदी में शपथ ली।
वहीं, सूरतगढ़ से कांग्रेस विधायक डूंगराराम गेदार ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने की मांग की, लेकिन प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने इसकी अनुमति नहीं दी। सराफ ने कहा कि आठवी अनुसूची में शामिल नहीं होने के कारण आप राजस्थानी में शपथ नहीं ले सकते। शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने राजस्थानी और हिंदी दोनों में शपथ लीl आसन से किरोड़ीलाल मीणा ने आपत्ति की और राजस्थानी में ली गई शपथ को रिकॉर्ड से डिलीट करने के आदेश दिए।
सबसे पहले सीएम भजनलाल शर्मा और उसके बाद डिप्टी सीएम दीया कुमारी और डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली। हिंडौन (करौली) से कांग्रेस विधायक अनिता जाटव शपथ लेते समय कई शब्द बोल नहीं पाई। वे बार-बार रुक गईं। 199 नए विधायकों काे शपथ दिलाने के लिए दो दिन के लिए यह विशेष सत्र बुलाया गया है।
13 विधायकों ने संस्कृत में ली शपथ
इस बार अच्छी-खासी संख्या में विधायकों ने संस्कृत भाषा में शपथ ली है। गोपाल शर्मा, छगन सिंह, जोगेश्वर गर्ग, जोराराम कुमावत, नोक्षम चौधरी, जेठानंद व्यास, पब्बाराम विश्नोई, महंत प्रतापपुरी, बाबू सिंह राठौड़, दीप्ति माहेश्वरी, कैलाश मीणा ने संस्कृत में शपथ ली। ये सभी भाजपा विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के विधायक जुबेर खान और निर्दलीय विधायक युनूस खान ने भी संस्कृत में शपथ ली है।
गदा लेकर पहुंचे बालमुकुंदाचार्य, ट्रैक्टर से आईं बनावत
विधानसभा के पहले दिन विधायक निराले अंदाज में पहुंचे। जयपुर की हवामहल सीट से विधायक चुने गए बालमुकुंदाचार्य हनुमानजी की गदा लेकर विधानसभा पहुंचे, तो बयाना से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत ट्रैक्टर चलाकर विधानसभा पहुंची। वहीं, बीकानेर पश्चिम से विधायक जेठानंद व्यास बाइक पर विधानसभा आए। आदिवासी क्षेत्र से आने वाले कई विधायक आदिवासी वेशभूषा पहनकर विधानसभा पहुंचे।
बिना पूरी कैबिनेट बने विधानसभा सत्र बुलाने की नई परिपाटी
अब तक मंत्रिमंडल की शपथ के बाद ही दिसंबर अंत या जनवरी में विधानसभा सत्र बुलाया जाता रहा है। इस बार मुख्यमंत्री और दाे उप मुख्यमंत्रियों के अलावा कैबिनेट में कोई नहीं है। बिना पूरी कैबिनेट के विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने पर कई तरह की चर्चा है। अब तक नई सरकार बनने के बाद पहले मंत्रियों की शपथ होती है, इसके बाद ही विधानसभा का पहला सत्र बुलाया जाता है। इस बार यह नई परिपाटी शुरू की गई है।
दो दिन ही सदन चलेगा, राज्यपाल का अभिभाषण नहीं होगा
नई विधानसभा के पहले सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होता है, इस बार केवल दो दिन ही सदन चलेगा, इसलिए केवल शपथ का ही काम होगा। विधानसभा के नियमों के मुताबिक नई सरकार के गठन के बाद होने वाले पहले सत्र में विधायकों की शपथ और स्पीकर के चुनाव के बाद तीसरे दिन राज्यपाल का अभिभाषण होता है। इस बार दो दिन ही सदन की बैठक है, इसलिए राज्यपाल का अभिभाषण भी नहीं होगा। अब जब सदन की अगली बैठक बुलाई जाएगी, तब पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा। जनवरी में फिर सदन की बैठक बुलाए जाने के आसार हैं।
विधानसभा सत्र से जुड़ी फोटोज…