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रेहड़ी पटरी वालों से अवैध वसूली के खिलाफ उपायुक्त महोदय दिया ज्ञापन


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रेहड़ी पटरी वालों से अवैध वसूली के खिलाफ उपायुक्त महोदय दिया ज्ञापन

कुरुक्षेत्र में हो रहे अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में ब्रह्मसरोवर पर रेहड़ी पटरी वालों से की जा रही अवैध वसूली के खिलाफ उपायुक्त महोदय के नाम उनके निजी सहायक धर्मपाल को ज्ञापन दिया गया।

कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र में हो रहे अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में ब्रह्मसरोवर पर रेहड़ी पटरी वालों से की जा रही अवैध वसूली के खिलाफ उपायुक्त महोदय के नाम उनके निजी सहायक धर्मपाल को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में कहा गया कि गीता जयंती के महोत्सव पर बहुत से रेहड़ी पटरी वाले, भेलपुरी, पापड़ चाय, खेल खिलौने बेचने वाले व गोलगप्पे व छोले भटूरे बेचने वाले गरीब लोग अपनी रोजी रोटी कमाने कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर परिसर में व उसके आसपास आते हैं। परंतु अब की बार उन्हें केडीबी के ठेकेदार बहुत परेशान कर रहे हैं। ठेकेदार आता है और उन्हें धमकाता है कि 10 -10 हजार रुपए दो, वर्ना यहां से जगह ख़ाली करो।

ये गरीब लोग इतनी बड़ी रकम ठेकेदार व केडीबी को कहां से देंगे? इतनी मंहगाई में वे खुद अपनी व परिवार की जरूरतें पूरी नहीं कर पाते तो वे कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का विकास करने के लिए इतनी बड़ी रकम कहां से दें? मंच की नेता ऊषा कुमारी ने कहा कि कई गरीब लोग तो रेहडी भी किराए पर लेकर यहां पर सामान बेचने के लिए आते हैं ये गरीब लोग जो ‘ताजा कमाते हैं और ताजा खाते हैं’ हमारा सरकार से सवाल है कि यदि सरकार उन्हें अपनी मेहनत से कमाने ही नहीं दे रही है तो क्या सरकार उन्हें भिखारी और जेबकतरे बनाना चाहती है? उन्होंने कहा कि सरकार व केडीबी लोगों को लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती।

अब अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव कुरुक्षेत्र में रेहडी फडी खोमचे, खानपान, कलात्मक वस्तुओं आदि बेचने वाले लोगों से धन वसूली करके मुनाफा कमाना चाहती है। जिसका खामियाजा दर्शकों, प्रयटकों को भी भुगतान पडेगा। उन्हें मंहगी दरों पर चीजें खरीदनी पडेंगी। लोकल रेहड़ी पटरी वालों को भी रेहडी नहीं लगाने दी जा रही है। उन्होंने इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि खट्टर सरकार से पहले इस तरह से धन वसूली नहीं की जाती थी। बल्कि गीता जयंती महोत्सव के समय अपना सामान बेचने के लिए दुकान, रेहडी-फड़ी लगाने वालों को मुफ्त जगह उपलब्ध कराने के साथ ही उनके खान-पान व रहने का प्रबंध भी मुक्त किया जाता था और उन्हें नगद प्रोत्साहन राशि भी दी जाती थी लेकिन खट्टर सरकार ने इसका भी कोमर्शलाइजेशन कर दिया है।

जन संघर्ष मंच हरियाणा की वरिष्ठ नेता ऊषा कुमारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त महोदय के नाम पी.ए. धर्मपाल को उपरोक्त समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा और मांग की है कि ब्रह्मसरोवर पर किसी भी रेहडी फड़ी लगाने वालों से धन की वसूली न की जाए, उन्हे ठेकेदार व पुलिस द्वारा परेशान ना किया जाए। यदि इस अवैध वसूली को बंद नहीं किया गया तो ये रेहड़ी पटरी वाले गरीब लोग संगठित होकर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

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