[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

नकली नोट बनाने का प्लान दलाल शाह ने बनाया:जमीन बिकने के बाद असली नोट व कमीशन लेना भी हुआ था तय


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
जोधपुरटॉप न्यूज़देशराजस्थान

नकली नोट बनाने का प्लान दलाल शाह ने बनाया:जमीन बिकने के बाद असली नोट व कमीशन लेना भी हुआ था तय

नकली नोट बनाने का प्लान दलाल शाह ने बनाया:जमीन बिकने के बाद असली नोट व कमीशन लेना भी हुआ था तय

जोधपुर : नकली नोट मामले में पुलिस लगातार पूछताछ में जुटी है। एनआईए, एसओजी व अन्य एजेंसियों को भी पुलिस ने सूचित कर दिया है। मामले की जांच एडीसीपी चंचल मिश्रा को सौंपी है। जांच में सामने आया है कि प्लान बनाने वाला मुख्य आरोपी दलाल संजय शाह ही था। प्रॉपर्टी का सौदा कराने के साथ ही उसने नकद रुपए लाकर देने का वादा किया था। इसके बाद उसने नकली नोट छापना शुरू कर दिया और फिर रजिस्ट्री करने के एक घंटे पहले ही एक करोड़ 74 लाख रुपए के नकली नोट लेकर पहुंचा और रुपए सौंपकर रजिस्ट्री करा ली।

बाद में प्रॉपर्टी बेचने वाले को पता चला कि रुपए नकली हैं। मामले में प्रॉपर्टी मालिक ने नकली नोट लेकर असली देने के लिए कहा भी, लेकिन बदमाश नहीं माने। तब तक पुलिस को सूचना लगी और प्रॉपर्टी मालिक के ड्राइवर हनुवंत को गिरफ्तार करने के साथ ही नकली नोट भी जब्त कर लिए। एडीसीपी चंचल मिश्रा ने बताया कि अब तक नकली नोट मामले में सात आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें नागौर जिले के श्री बालाजी गांव निवासी हनुवंत सिंह, गंगाणा में अरिहंत आदित्य निवासी संजय शाह, रातानाडा स्थित हनुवंत नगर निवासी हेमंत कांकरिया और पाल गांव में देवासियों का बास निवासी भागीरथ उर्फ भगाराम देवासी, पाल गांव के रहने वाले हीरालाल देवासी, महेंद्र चौहान के साथ सुमेरपुर पाली निवासी अर्जुन उर्फ गौतम को गिरफ्तार किया जा चुका है।

सोमवार को हनुवंत सिंह और हेमंत कांकरिया को जेल भेज दिया। मुख्य आरोपी संजय शाह, भागीरथ उर्फ भगाराम देवासी, हीरालाल देवासी, महेंद्र चौहान और अर्जुन उर्फ गौतम पुलिस रिमांड पर है। आरोपियों से मामले में पूछताछ चल रही है। आशंका है कि पूछताछ में कुछ और नाम सामने आ सकते हैं।

डीएलसी रेट के डेढ़ करोड़ रुपए के चेक दिए, बाकी राशि कैश में देने और रजिस्ट्री कराने का हुआ था सौदा
अब तक जांच में सामने आया है कि बिचौलिए आरोपी संजय शाह ने शास्त्रीनगर स्थित मुंबई के व्यापारी बालमुकुंद शर्मा की प्रॉपर्टी का सौदा हेमंत कांकरिया से 3.21 करोड़ रुपए में किया था। डीएलसी रेट के करीब डेढ़ करोड़ रुपए के चेक दे दिए। बचे हुए रुपए कैश में देने के साथ ही रजिस्ट्री कराने की बात हुई। सौदा तय होने के बाद संजय शाह ने भागीरथ, महेंद्र, अर्जुन और हीरालाल के साथ मिलकर नकली नोट की छपाई शुरू कर दी। बिचौलिए संजय शाह ने हेमंत कांकरिया से सौदा किया कि वह नकद रुपए देगा, लेकिन बदले में जब प्रॉपर्टी बिकेगी तो कमीशन का हिस्सा भी देना पड़ेगा। इस बात पर हेमंत राजी हो गया और सौदा तय कर दिया।

संजय का प्लान था कि नकली रुपए देने के बाद जमीन मालिक रुपए लेकर चला जाएगा। इसके बाद हेमंत से असली रुपए और कमीशन ले लेगा। जमीन मालिक भी टैक्स बचाने के लिए नकद में रुपए ले रहा है, डीएलसी रेट के चेक पहले ही दे चुके हैं। इसलिए वह किसी को बताएगा भी नहीं और जमीन भी हथिया लेंगे। इसकी जानकारी हेमंत कांकरिया को भी नहीं थी। कांकरिया को पता चलने के बाद उसने बची हुई चेक राशि को होल्ड करवा दी थी।

Related Articles