पहाड़ी मंदिर क्षेत्र में अवैध खनन का मामला:हाईकोर्ट ने याचिका पर लिया संज्ञान, जिला कलेक्टर को दिए निर्देश

पिलानी : पिलानी के पहाड़ी क्षेत्र में खनन को लेकर लगाई गई जनहित याचिका पर संज्ञान लेते हुए उच्च न्यायालय ने झुंझुनू जिला कलेक्टर को सक्षम अधिकारी से मौके की विस्तृत जांच करवाए जाने का आदेश जारी किया है। पहाड़ी क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए हाई कोर्ट की डबल बेंच में जनहित याचिका लगाई गई थी, जिस पर हाई कोर्ट ने यह आदेश जारी किया है।
हाई कोर्ट ने झुंझुनू जिला कलेक्टर के नाम जारी आदेश में कहा है कि याचिकाकर्ताओं की शिकायत को ध्यान में रख कर मौका रिपोर्ट के आधार पर संबंधित पक्षकारों को नोटिस जारी करते हुए पहाड़ी क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन रोकने के लिए जरूरी कार्रवाई करे। उच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं को भी अपना अभ्यावेदन जिला कलेक्टर के समक्ष पेश करने के आदेश दिए हैं। जस्टिस एमएम श्रीवास्तव और जस्टिस प्रवीर भटनागर की खंडपीठ ने यह आदेश पिलानी के रोहिताश्व सैनी और गोविन्द राम की जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए दिए हैं।
याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ता योगेश टेलर ने बताया कि पिलानी के पहाड़ी मंदिर के पास ब्लास्टिंग के जरिए हैवी मशीनों से अनवरत खनन किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह नियम विरुद्ध और अवैध है। लम्बे समय से जारी ब्लास्टिंग और अवैध खनन का स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है। मामले में कार्रवाई के लिए जिला कलेक्टर समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार लिखित में शिकायत की गई है, लेकिन आज तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है। याचिकाकर्ता रोहिताश्व सैनी और ने बताया कि खनन करने वाले प्रभावशाली लोग हैं और यही वजह है कि प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है।
उच्च न्यायालय ने मामले में राज्य के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन सचिव, जिला कलेक्टर झुंझुनू, एसडीएम सूरजगढ़, माइनिंग इंजीनियर झुंझुनू, मुश्ताक अली, दुर्गा प्रसाद, पूर्णमल, कन्हैया लाल, पीथाराम, कांता देवी और सपना जांगिड़ को पार्टी मानते हुए जिला कलेक्टर को पहाड़ी क्षेत्र में हो रहे खनन को रोकने के लिए सक्षम अधिकारी से मौका रिपोर्ट बनवाने के आदेश जारी किए हैं।
पहाड़ी मंदिर के महंत माई महाराज ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र में लम्बे समय से खनन किया जा रहा है, लेकिन बीते कुछ माह में खनन माफियाओं ने अपनी गतिविधियां बहुत ज्यादा बढ़ा दी हैं। पहाड़ी के सामने से गुजर रही सड़क के पास 100 फुट से ज्यादा गहरे गड्ढे खनन माफिया द्वारा बना दिए गए हैं। बिना अनुमति के दिन भर में 150 बार हैवी ब्लास्टिंग करवाई जा रही है, जिससे पहाड़ी पर स्थित सैंकड़ों वर्ष पुराने हनुमान जी के मन्दिर का अस्तित्व ही खतरे में आ गया है। पहाड़ी मन्दिर के प्रति पिलानी और आस-पास के हजारों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी है, जो कि सभी अवैध खनन की वजह से आहत हैं।