लादीकाबास वासियों ने किया चुनावों के बहिष्कार का ऐलान:समझाइश के लिए पहुंचा प्रशासनिक अमला, ग्रामीण बोले- फिर से पाटन में जोड़ो वरना नहीं करेंगे मतदान
लादीकाबास वासियों ने किया चुनावों के बहिष्कार का ऐलान:समझाइश के लिए पहुंचा प्रशासनिक अमला, ग्रामीण बोले- फिर से पाटन में जोड़ो वरना नहीं करेंगे मतदान

नीमकाथाना : नीमकाथाना जिले के लादीकाबास के ग्रामीण ने इस बार भी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक ग्राम पंचायत लादीकाबास को अजीतगढ़ पंचायत समिति से हटकर फिर से पाटन पंचायत समिति में शामिल नहीं किया जाता तब तक ग्रामीण चुनावों का बहिष्कार करते रहेंगे।
अब तक ग्रामीण आठ बार चुनाव का बहिष्कार कर चुके हैं। आज ग्रामीणों को समझाइश के लिए अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनिल महिला और एडिशनल एसपी शालिनी राज लादीकाबास पहुंचे और ग्रामीणों को चुनाव में भाग लेने के लिए समझाइश की, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक मांगे नहीं मानी जाती तब तक ग्रामीण सभी तरीके के चुनाव का बहिष्कार करते रहेंगे। मांगों को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनिल महिला ने बताया विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर ग्रामीण चुनाव में सहयोग का रवैया रखें। उसको लेकर ग्राम पंचायत भवन में बैठक आयोजित की गई। पूर्व में भी ग्रामीणों की ओर चुनावों का बहिष्कार किया चुका है।
उन्होंने बताया कि लादीकाबास ग्राम पंचायत को ग्राम पंचायत को अजीतगढ़ से हटकर पाटन पंचायत समिति में शामिल करने की ग्रामीणों की मांग है। इस दौरान पाटन तहसीलदार मुनेश कुमार, सदर थाना उप निरक्षक विक्रम सिंह सहित अन्य अधिकारी और ग्रामीण मोजूद रहे। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालय से पाटन पंचायत समिति लगभग 15 किमी दूर है।
अजीतगढ़ पंचायत समिति लगभग 55 किमी दूर हैं। ऐसे में पंचायत समिति की दूरी बढ़ते ही लोगों को समय के साथ आर्थिक हानि झेलनी पड़ेगी। अजीतगढ़ पंचायत मुख्यालय से दूर होने पर ना तो साधन है और ना ही संपर्क है। ऐसे में सरकार ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने नवंबर 2019 के परिसीमन में अजीतगढ़ नई पंचायत समिति बनाई थी, जिसमें ग्राम पंचायत लादीकाबास को पाटन पंचायत समिति से हटाकर अजीतगढ़ में शामिल किया गया था। तब से लेकर आज तक ग्रामीण पाटन पंचायत समिति में शामिल होने के लिए ग्रामीण एकजुट है। ग्रामीणों का कहना है कि नई पंचायत समिति में शामिल होने पर लोगों का आर्थिक हानि तो होगी ही इसके साथ समय का भी नुकसान होगा।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनिल महला, एएसपी शालिनी राज, पाटन तहसीलदार मुनेश कुमार, सदर थाना उप निरीक्षक विक्रम सिंह सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।